मोबाइल हॉटस्पॉट का करते हैं इस्तेमाल, तो जान लें इसके नुकसान
रिमोट इलाकों खासकर जहां वाई-फाई और ब्रॉडबैंड की सुविधा उपलब्ध नहीं है वहां मोबाइल हॉटस्पॉट के जरिए इंटरनेट एक्सेस किया जाता है। वर्क फ्रॉम होम के लिए मोबइल हॉटस्पॉट काफी कॉमन हो चुका है। हालांकि मोबाइल हॉटस्पॉट के अपने कुछ नुकसान भी हैं।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। भारत में पिछले करीब एक साल से कोविड-19 महामारी के चलते लॉकडाउन का दौर जारी है। ऐसे वक्त में ज्यादातर लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। रिमोट इलाकों खासकर जहां वाई-फाई और ब्रॉडबैंड की सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां मोबाइल हॉटस्पॉट के जरिए इंटरनेट एक्सेस किया जाता है। वर्क फ्रॉम होम के लिए मोबइल हॉटस्पॉट काफी कॉमन हो चुका है। हालांकि मोबाइल हॉटस्पॉट के अपने कुछ नुकसान भी हैं। अगर आप लंबे वक्त तक मोबाइल हॉटस्पॉट का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे ना सिर्फ आपका डेटा जल्द खत्म हो जाता है, बल्कि स्मार्टफोन की बैटरी भी जल्द खत्म हो जाती है। ऐसे में मोबाइल हॉटस्पाट इस्तेमाल के दौरान इन सावधानियों का ध्यान चाहिए।
यूजर को बरतनी चाहिए ये सावधानियां
- मोबाइल हॉटस्पॉट का इस्तेमाल करते वक्त यूजर को गैरजरूरी ऐप्स को बंद कर देना चाहिए, जो फोन के बैकग्राउंड में चलते रहते हैं। इससे जल्द बैटरी खत्म होने की घटना को रोका जा सकता है। उदाहरण के तौर पर यूजर को फोन की लोकेशन, स्क्रीन ब्राइटनेस , नोटिफिकेशन को टर्न ऑफ कर देना चाहिए। साथ ही पावर सेविंग मोड को ऑन कर देना चाहिए।
- यूजर को हर समय हॉटस्पॉट नहीं रखना चाहिए। अक्सर देखा जाता है कि कुछ लोग हॉटस्पॉट ऑन करके भूल जाते हैं। इससे आपके स्मार्टफोन की बैटरी परफॉर्मेंस प्रभावित होती है। साथ ही आपके आसपास की डिवाइस के जरिए आपके इंटरनेट डेटा को एक्सेस करने की कोशिश होगी।
- मोबाइल बेस्ड हॉटस्पॉट से वाई-फाई के मुकाबले कम स्पीड मिलती है। ऐसे में बेहतर होगा कि अगर ब्रॉडबैड की सुविधा उपलब्ध है, तो उसका इस्तेमाल करना चाहिए।
- मोबाइल बेस्ड हॉटस्पॉट का इस्तेमाल लंबे वक्त के लिए नहीं करना चाहिए। यह वाई-फाई और ब्रॉडबैंड के मुकाबले काफी महंगा होता है। साथ ही धीमी इंटरनेट स्पीड मिलती है। जबकि ब्रॉडबैंड में कम रुपये के रिचार्ज में हाई स्पीड हासिल की जा सकती है।