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Vodafone Idea फाउंडेशन ने भारत में लॉन्च किया MyAmber ऐप, जानिए इसके फायदे

दुनिया भर में तीन में से एक महिला शारीरिक या यौन हिंसा का शिकार होती है। भारत राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार 2019 में महिलाओं के खिलाफ 4 लाख से अधिक आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे

By Saurabh VermaEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 02:12 PM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 07:55 AM (IST)
Vodafone Idea फाउंडेशन ने भारत में लॉन्च किया MyAmber ऐप, जानिए इसके फायदे
AmAmber App की ऑफिशियल फाइल फोटो है।

नई दिल्ली, टेक डेस्क. Vodafone Idea फाउंडेशन, NASSCOM फाउंडेशन, सेफ्टी ट्रस्ट और यूएन विमेन के साथ मिलकर भारत में आज MyAmber ऐप की लॉन्चिंग का ऐलान किया गया है। इसे महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के मद्देनजर लॉन्च किया गया है। यह ऐप हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध रहेगा। 

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क्या होगा फायदा 

  • MyAmber ऐप के जरिए महिलाएं देशभर में जरूरी हेल्पलाइन नंबर और सर्विस प्रोवाइडर्स तक आसानी से पहुंच पाएंगी। 
  • ऐप महिलाओं को स्टेप-बाय-स्टेप रिस्क असेसमेंट टूल के जरिए उनकी मौजूदा स्थिति से निपटने में मदद करेगा। इसके अलावा ऐप के जरिए महिलाओं को कानूनी सहायता पहुंचायी जाती है। 
  •  MyAmber ऐप सेक्सुअल आधार पर भेदभाव के खिलाफ जागरुक करने के अलावा महिलाओं को मदद करने वाली सपोर्ट सर्विसेज ऑफर करता है, जिससे महिलाएं बिना किसी डर के अपनी शिकायत दर्ज करा पाएं और पक्षपात के बिना उन्हें मदद मिल पाएं।
  • नासकॉम फाउंडेशन ने सैफ्टी ट्रस्ट के कंटेंट के साथ इस ऐप को डिजाइन और विकसित किया है और यह यूएन विमेन के साथ काम कर रहा है ताकि पूरे देश में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को इस ऐप की जानकारी मिल सके, जिससे महिलाएं इस ऐप को डाउनलोड करने इस्तेमाल में ला सकें। का मौका मिल सकें।

 ऐप पर क्या होगा खास 

 • भारत भर में हेल्पलाइन नंबरों की डायरेक्टरी जिसका कभी भी इस्तेमाल किया जा सकता है,

 • हिंसा के किसी भी मामले में महिलाओं की मदद करने के लिए स्टेप बाए स्टेप गाइड

 • कई अन्य सहायता उपायों के साथ एसओएस हेल्पलाइन बटन।

बता दें कि दुनिया भर में तीन में से एक महिला शारीरिक या यौन हिंसा का शिकार होती है। भारत राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार  2019 में महिलाओं के खिलाफ 4 लाख से अधिक आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे। ये सिर्फ आधिकारिक संख्या हैं और हम सभी जानते हैं कि महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा होंगे जिनकी कोई रिपोर्ट नहीं की गई होगी। 


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