Twitter की टक्कर वाले koo ऐप की बड़ी छलांग, Google पर मिली ये टॉप रैंकिंग
Koo ऐप को पिछले साल 2019 के मार्च माह में लॉन्च किया गया था। Koo ऐप वर्तमान में भारतीय भाषाओं हिंदी तेलुगु बंगाली तमिल मलयालम गुजराती पंजाबी उडिया और असमी को सपोर्ट करता है। इस ऐप के को-फाउंडर अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक हैं।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। Twitter की टक्कर वाले Koo को क्रेज भारत में लगातार बढ़ता जा रहा है। इसका अंदाजा Google Play Store की रैकिंग से लगाया जा सकता है। Koo ऐप भारत में Google play Store की टॉप फ्री ऐप्स कैटेगरी लिस्ट में शामिल हो गया है। इस ऐप को अब तक 10 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है। यह एंड्राइड के साथ ही iOS यूजर के लिए उपलब्ध है। Koo का दावा है कि यह एक आत्मनिर्भर ऐप है। यह ऐप भारत सरकार के आत्मनिर्भर ऐप इनोवेशन चैलेंज का विजेता रहा है। यह चैलेंज साल 2020 के अगस्त माह में आयोजित किया गया था। पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में भी Koo ऐप का जिक्र किया था। केंद्र सरकार के Twitter के साथ विवाद के बाद koo पर अचानक से ट्रैफिक में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। केंद्रीय मंत्री समेत भाजपा पार्टी से जुड़े कई दिग्गज नेताओं ने हाल ही में Koo ऐप ज्वाइन किया है।
क्या है Koo ऐप
Koo ऐप को पिछले साल 2019 के मार्च माह में लॉन्च किया गया था। Koo ऐप वर्तमान में भारतीय भाषाओं हिंदी, तेलुगु, बंगाली, तमिल, मलयालम, गुजराती, पंजाबी, उडिया और असमी को सपोर्ट करता है। इस ऐप के को-फाउंडर अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक हैं। ऐप पर 400 अक्षरों का पोस्ट लिख सकते हैं। पोस्ट में केवल टेक्स्ट ही नहीं, बल्कि आपको ऑडियो मैसेज, वीडियो, लिंक और इमेज शेयर करने का भी विकल्प मिलेगा।
ऐसे करें डाउनलोड और इंस्टॉल
मेड इन इंडिया Koo ऐप को Google Play Store से मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकता है। ऐप के डाउनलोड के बाद इसे इस्तेमाल करने के लिए रजिस्टर्ड नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा। इस ओटीपी को डालने पर ऐप इस्तेमाल के लिए ओपन हो जाएगा। ऐप में एंटरटेनमेंट, न्यूज, पॉप्युलर, सरकारी विभाग, प्रोफेशन, टीचर, सोशल वर्कर जैसे कई सेगमेंट मिलेंगे। ऐप पर किसी को फॉलो भी कर सकते हैं।