TRAI: अब मात्र 2 दिन में बदले अपना ऑपरेटर, घटी मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की फीस
TRAI ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की फीस को सस्ता कर दिया है। अगर आप अपना टेलिकॉम ऑपरेटर बदलने का सोच रहे थे तो अब यह आपको और भी सस्ता पड़ेगा।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। TRAI ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की फीस को सस्ता कर दिया है। अगर आप अपना टेलिकॉम ऑपरेटर बदलने का सोच रहे थे, तो अब यह आपको और भी सस्ता पड़ेगा। अब यह फीस घटकर Rs 5.74 रह गई है। MNP की पुरानी फीस Rs 19 थी, जिसे अब घटाकर Rs 5.74 कर दिया गया है। नई फेस 30 सितम्बर 2019 से लागू होगी। हालांकि, आपको बता दें, इससे आपको तो कुछ खास फायदा नहीं होगा। TRAI ने कहा है की इस नए सिस्टम को MNP कॉस्ट रीइंबर्समेंट के आधार पर तय किया गया है।
क्या कहते हैं MNP के नियम? TRAI ने लोगों की सुविधा के लिए पोर्टिंग के नियमों में परिवर्तन किया है। नए नियमों के अनुसार, अब एक सर्किल में नंबर पोर्ट करवाने पर 2 दिन का ही समय लगेगा। इसी तरह, एक से दूसरे सर्किल में नंबर पोर्ट करवाने के लिए 4 दिनों का समय लगेगा। इससे पहले MNP में लगभग 1 हफ्ते का समय लग जाता था।
टेलिकॉम कंपनियों को है लाभ: अब आप सोच रहे हैं, इस सेवा की फेस कम होने से आखिर कंपनियों को क्या लाभ होगा? बता दें, नंबर पोर्टेबिलिटी के लिए ऑपरेटर्स को अलग-अलग एजेंसियों को भुगतान करना पड़ता है। हर नए ग्राहक के लिए पहले कंपनियों को Rs 19 देने होते थे, लेकिन नई दरअब पुरानी दर से लगभग 70 प्रतिशत कम है। इससे जाहिर तौर से कंपनियों को फायदा होगा। इससे Airtel, Vodafone जैसी टेलिकॉम कंपनियों को साल में Rs 75 करोड़ तक की बचत होगी। क्या कहते हैं नए नियम? TRAI के नए नियमों के अनुसार, अगर आप पोर्टिंग की रिक्वेस्ट डालते हैं और उसे गलत कारणों से खारिज कर दिया जाता है, तो मोबाइल ऑपरेटर कंपनी पर Rs 10000 तक का जुर्माना लग सकता है। नए रूल्स में कॉर्पोरेट पोर्टिंग को भी आसान बनाया गया है। अब सिंगल ऑथोराइजेशन लेटर से ही एक साथ 100 मोबाइल नंबर पोर्ट कराए जा सकते हैं। इससे पहले इसकी सीमा 50 मोबाइल नंबर की थी। अब इसे बढाकर दोगुना कर दिया गया है।