Google Investment in India: ऐसे समझिए Google के 10 अरब डॉलर निवेश के मायने
आइए जानते हैं कि किन क्षेत्रों में गूगल निवेश करने जा रहा है और कैसे दुनिया की दूसरी दिग्गज कंपनियां यहां निवेश को लेकर लालायित हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिग्गज टेक कंपनी गूगल ने भारत में 10 अरब डॉलर (करीब 75 हजार करोड़ रुपये) के निवेश की घोषणा की है। अगले 5-7 सालों में यह निवेश ऐसी जगहों पर किया जाएगा, जिससे देश में डिजिटाइजेशन की गतिविधियों को रफ्तार मिले। गूगल ने यह घोषणा ऐसे वक्त में की है जब केंद्र सरकार टेक्नोलॉजी से जुड़ी चीनी कंपनियों पर शिकंजा कस रही है। इसके कारण कई दिग्गज कंपनियां भारत में बड़ा अवसर देख रही हैं। आइए जानते हैं कि किन क्षेत्रों में गूगल निवेश करने जा रहा है और कैसे दुनिया की दूसरी दिग्गज कंपनियां यहां निवेश को लेकर लालायित हैं।
पहले से ही कई कंपनियों में निवेश: गूगल ने भारत में विभिन्न स्टार्टअप्स और उपक्रमों में निवेश किया है। नवंबर 2013 में कंपनी ने साना वेंचर्स में 3.13 करोड़ रुपए और अगस्त्य इंटरनेशनल फाउंडेशन में 3 करोड़ रुपए का निवेश किया है। साथ ही डुंजो में करीब 339 करोड़ और ऑनलाइन एज्युकेशन पोर्टल क्यूमैथ में 39 करोड़ रुपए निवेश किए हैं। गूगल ने भारत में हालिया निवेश 24 जून को किया है। उसने गुरुग्राम स्थित कंपनी ऐ फाइनेंस में करीब 207 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
इस तरह करेगा गूगल निवेश: गूगल ने कहा है कि वह 10 अरब डॉलर का निवेश इंटरनेट की सस्ती पहुंच को सक्षम बनाने और प्रत्येक भारतीय को उसकी भाषा में जानकारी उपलब्ध कराने में करेगा। इसके साथ ही जिन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्गित किया जाएगा, उनमें उपभोक्ता तकनीक, शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इन क्षेत्रों में व्यवसायों विशेषरूप से छोटे और मध्यम व्यवसायों को सशक्त बनाना, डिजिटल साक्षरता के लिए प्रौद्योगिकी और र्आिटफिशियल इंटेलीजेंस का लाभ उठाना, ग्रामीण अर्थव्यवस्थाओं का समर्थन और विभिन्न प्रकोपों का पता लगाना शामिल है। ये निवेश इक्विटी, साझेदारी, संचालन, बुनियादी ढांचा और पारिस्थितिकी तंत्र के मिश्रण के माध्यम से किए जाएंगे। इनमें गूगल की मौजूदा परियोजनाओं को भी शामिल किया जाएगा, जैसे गांवों में इंटरनेट के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए इंटरनेट साथी और र्आिटफिशियल इटेलीजेंस पर आधारित बाढ़ पूर्वानुमान प्रणाली।
वैश्विक स्तर पर निवेश में जुटा गूगल: वैश्विक स्तर पर गूगल जितना निवेश कर रहा है, उसे देखते उसका भारत में निवेश बहुत छोटा लगता है। हालांकि 10 अरब डॉलर का निवेश गूगल फॉर इंडिया डिजिटाइजेशन फंड का हिस्सा है, जिसके जरिए भारतीय कंपनियों को गूगल के पोर्टफोलियो में बढ़ावा दिया जाएगा। इस साल एक जनवरी 2020 से 13 जुलाई के मध्य गूगल ने वैश्विक स्तर पर करीब 900 कंपनियों में निवेश किया है। इनमें से इंडोनेशिया के स्टार्टअप गोजेक में डेढ अरब डॉलर और राइड शेयरिंग फर्म लिफ्ट में एक अरब डॉलर, 1.4 अरब डॉलर उबर और एक अरब डॉलर का निवेश एलन मस्क के स्पेसएक्स में किया है।
चीनी कंपनियों से दूरी का असर: गूगल का यह निवेश ऐसे वक्त में आया है, जब सरकार केसाथ आम जनमानस भी चीनी कंपनियों को पसंद नहीं कर रहा है। हालांकि इन कंपनियों पर कसे शिकंजे ने इंटरनेट में हिस्सेदारी बढ़ाने में बड़ी टेक कंपनियों जैसे गूगल के लिए भारत में बड़ा अवसर पेश किया है। बड़ी टेक कंपनियां जैसे गूगल, फेसबुक, नेटफ्लिक्स और ट्विटर के लिए चीन में व्यापार करना प्रतिबंधित है। ऐसे में चीनी कंपनियों के लिए भारत में संभावित बाधाएं अमेरिका की इन दिग्गज कंपनियों के लिए बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए बेहतर संभावनाओं के रूप में देखी जा रही हैं, जहां दुनिया के दूसरे सर्वाधिक इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं।
कई कंपनियां कतार में: सिर्फ गूगल ही ऐसी दिग्गज कंपनी नहीं है, जो भारत में निवेश करने जा रही है। कई अन्य कंपनियां भारत में निवेश की इच्छुक हैं। इस साल की शुरुआत में अमेजन ने कहा है कि वह भारत में एक अरब डॉलर का अतिरिक्त निवेश करेगी। साथ ही रिलायंस जियो में फेसबुक ने 5.7 अरब डॉलर का निवेश करने की घोषणा की है। पिछले महीने माइक्रोसॉफ्ट के वेंचर फंड एम-12 ने कहा है कि वह बी-2-बी सॉफ्टवेयर स्टार्टअप पर ध्यान केंद्गित करने के लिए भारत में कार्यालय खोलेगा।