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Elon Musk का दावा- लाइट की स्पीड से भी तेज डेटा ट्रांसफर करेगी Starlink! Airtel-Jio को मिलेगी कड़ी टक्कर

Tesla और SpaceX के CEO Elon Musk ने हाल ही में एक ट्वीट में कहा है कि सैटेलाइट-ब्रॉडबैंड स्टारलिंक (Starlink) के केस में हर जगह ग्राउंड स्टेशनों की जरूरत नहीं होगी। यह लाइट की स्पीड के करीब या उससे भी तेज डेटा ट्रांसफर प्राप्त करने में मदद करेगा।

By Mohini KediaEdited By: Published: Wed, 08 Sep 2021 04:52 PM (IST)Updated: Thu, 09 Sep 2021 07:33 AM (IST)
Elon Musk का दावा- लाइट की स्पीड से भी तेज डेटा ट्रांसफर करेगी Starlink! Airtel-Jio को मिलेगी कड़ी टक्कर
यह SpaceX की प्रतीकात्मक फाइल फोटो है।

नई दिल्ली, टेक डेस्क। Tesla और SpaceX के CEO Elon Musk ने हाल ही में एक ट्वीट में कहा है कि सैटेलाइट-ब्रॉडबैंड, स्टारलिंक (Starlink) के केस में, हर जगह ग्राउंड स्टेशनों की जरूरत नहीं होगी। यह लाइट की स्पीड के करीब या उससे भी तेज डेटा ट्रांसफर प्राप्त करने में मदद करेगा। Musk एक ट्विटर यूजर और इंटरनेट रॉकेट वैज्ञानिक स्कॉट मैनली को जवाब दे रहे थे, जिन्होंने ब्रॉडबैंड सेवाओं (Broadband Service) में डाउनलिंक स्टेशनों की जरूरत को हाईलाइट किया, जिस पर Musk ने जवाब दिया कि अगले 4 से 6 महीनों में लॉन्च होने वाले स्टारलिंक सैटेलाइट (Starlink Satellites) में अंतर-सैटेलाइट लेजर लिंक होंगे, इसलिए किसी लोकल डाउनलिंक की जरूरत नहीं होगी।

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लेजर लिंक तकनीक का इस्तेमाल

मैनले ने तब पूछा कि क्या लेज़रों से परे कोई वास्तविक अंतर था, और क्या उन्हें पैकेट रूटिंग के लिए ज्यादा ऑनबोर्ड प्रोसेसिंग की जरूरत है या अगर वे लेजर इंटरलिंक्स को जोड़ने से पहले पर्याप्त क्षमता के साथ बनाए गए थे। मस्क ने जवाब दिया, "प्रोसेसिंग कोई मुद्दा नहीं है। लेजर लिंक (Laser Link) ग्राउंड स्टेशन की बाधाओं को कम करते हैं, इसलिए डेटा सिडनी से London तक अंतरिक्ष के माध्यम से जा सकता है, जो फाइबर और छोटे पथ की तुलना में लाइट की ~ 40% तेज स्पीड है। साथ ही, हर जगह ग्राउंड स्टेशनों की जरूरत नहीं है। आर्कटिक में शानदार बैंडविड्थ होगी!"

लाइट की स्पीड की तरह होगा डेटा ट्रांसफर

लेकिन क्या डेटा ट्रांसफर लाइट की स्पीड से होता है? कुछ हद तक। लाइट की स्पीड 3,00,000 किमी/सेकंड है। डेटा को इन्फ्रा-रेड लाइट द्वारा ले जाया जाता है क्योंकि यह लंबी दूरी के ऑप्टिक फाइबर पर इस्तेमाल की जाने वाली वेवलेंथ है जो लगभग 2,00,000 किमी / सेकंड की ट्रेवल करती है जो ग्लास के माध्यम से लाइट की स्पीड है। यूजर्स को इंटरनेट ट्रैफ़िक और नेटवर्क राउटर और ऑप्टिकल ट्रांसीवर जैसे सहायक नेटवर्क कंपोनेंट्स से गुजरने वाले डेटा की संभावना को ध्यान में रखना होगा, जो एवरेज स्पीड को धीमा कर देते हैं।

भारत में जल्द आएगी Starlink Satellite Broadband सर्विस

Musk के स्टारलिंक (Starlink) ने कम या बिना नेटवर्क वाले क्षेत्रों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट (Broadband Internet) सेवा देने का वादा किया है। स्टारलिंक अपनी वेबसाइट पर बताता है कि Starlink Satellite लेटेंसी को इस हद तक कम कर देगा कि वह स्पीड प्राप्त कर लेगा जो आमतौर पर ट्रेडिशनल सैटेलाइट इंटरनेट के साथ संभव नहीं है। स्टारलिंक के मुताबिक "लॅटेन्सी एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक डेटा भेजने में लगने वाला समय है। जब सैटेलाइट पृथ्वी से दूर होते हैं, तो लॅटेन्सी ज्यादा होती है, जिसके परिणामस्वरूप वीडियो कॉल और ऑनलाइन गेमिंग जैसी एक्टिविटी के लिए खराब प्रदर्शन होता है," | हालांकि, स्टारलिंक सैटेलाइट ट्रेडिशनल सैटेलाइट की तुलना में 60 गुना ज्यादा पृथ्वी के करीब हैं। इस महीने की शुरुआत में Musk ने संकेत दिया था कि स्टारलिंक सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवा जल्द ही भारत में आ सकती है और कंपनी रेगुलेटरी अप्रूवल का इंतजार कर रही है।


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