SBI ने भारत में डिजिटल पेमेंट बढ़ाने के लिए Hitachi के साथ किया करार
Hitachi और SBI मिलकर देश भर में डिजिटल पेमेंट सर्विस के लिए एक करार किया है जिसके तहत कार्ड के उपयोग और भविष्य का डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। भारतीय स्टेट बैंक ने अपने ग्राहकों की सुविधा के लिए बड़ा कदम उठाया है। देशभर में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए SBI ने जापानी तकनीकी कंपनी Hitachi के साथ हाथ मिलाया है। Hitachi और SBI मिलकर देश भर में डिजिटल पेमेंट सर्विस के लिए एक करार किया है जिसके तहत कार्ड के उपयोग और भविष्य का डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा।
SBI की होगी बड़ी हिस्सेदारी
आपको बता दें कि इस समय भारतीय बाजार में SBI डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र में मार्केट लीडर है। Hitachi के साथ ज्वाइंट वैंचर में SBI की बड़ी हिस्सेदारी होगी। दूसरी तरफ Hitachi पेमेंट सर्विस कैश और डिजिटल पेमेंट के समाधान देने के मामले में अव्वल है। कंपनी 2011 से ही SBI के कार्ड और डिजिटल पेमेंट के लिए टेक्नोलॉजी और मैनेजमेंट सर्विस दे रही है। आपको बता दें कि इसी के जरिए SBI ने अपनी पेमेंट सेवा MOPAD शुरू की थी।
डिजिटल पेमेंट के लिए मिलेगा इंफ्रास्ट्रक्चर
SBI और Hitachi के बीच हुए इस नए करार के जरिए ग्राहकों और दुकानदारों और पूरे देश में कार्ड स्वीकार करने का इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा। इसके अलावा क्यूआर कोड, यूपीआई, मास ट्रांजिट सेक्टर और ई-कॉमर्स के क्षेत्र में पेमेंट की सुविधा दी जाएगी। ये पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर दोनों कंपनियां मिलकर पूरे देश में खड़ा करेंगे।
SBI के चेयरमैन रजनीश कुमार के मुताबिक देश में 10 लाख लोगों पर अभी सिर्फ 2,500 POS (प्वाइंट ऑफ सेल) टर्मिनल है जो बहुत कम है। इस करार का उद्देश्य हमारे ग्राहकों को बिना दिक्कत वाला पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर देना है। इस समय भारतीय स्टेट बैंक के पास कुल 8.5 लाख POS टर्मिनल है जो कि देश की जनसंख्या के हिसाब से काफी कम है।
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