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बैटरी रिप्लेसमेंट से एप्पल को हो सकता है 1000 करोड़ डॉलर का नुकसान: बारक्लेज

बारक्लेज की मानें तो बैटरी रिप्लेसमेंट ऑफर के चलते 2018 में नए आईफोन की सेल 1.6 करोड़ तक घट सकती है

By Shubham ShankdharEdited By: Published: Fri, 05 Jan 2018 06:53 PM (IST)Updated: Mon, 08 Jan 2018 08:28 AM (IST)
बैटरी रिप्लेसमेंट से एप्पल को हो सकता है 1000 करोड़ डॉलर का नुकसान: बारक्लेज
बैटरी रिप्लेसमेंट से एप्पल को हो सकता है 1000 करोड़ डॉलर का नुकसान: बारक्लेज

नई दिल्ली(टेक डेस्क)। फाइनेंशियल सिर्विसेज कंपनी बारक्लेज की रिपोर्ट के मुताबिक आईफोन को बैटरी रिप्लेसमेंट प्रोग्राम के तहत 1000 करोड़ डॉलर तक का नुकसान हो सकता है। दरअसल एप्पल ने 2000 रुपये में बैटरी रिप्लेसमेंट का ऑफर दिया है, इस कारण 2018 में नए आईफोन की सेल 1.6 करोड़ तक घट सकती है। बारक्लेज की रिपोर्ट के अनुसार 52 करोड़ यूजर्स को बैटरी रिप्लेसमेंट का ऑफर दिया गया है, उम्मीद की जा रही है कि 10 फीसद यूजर्स इस ऑफर को मानेंगे। वहीं रिपोर्ट के मुताबिक 30 फीसद यूजर्स इस साल आईफोन नहीं खरीदेंगे।

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किन आईफोन्स में होगा बैटरी रिप्लेसमेंट
बैटरी रिप्लेसमेंट प्रक्रिया में आईफोन 6, आईफोन 6 प्लस, आईफोन 6एस, आईफोन 6 एस प्लस, आईफोन एसई, आईफोन 7 और आईफोन 7 प्लस शामिल है।

क्या था मामला-
हाल ही में एप्पल ने खुलासा किया था कि उसने iPhone 6, 6s, 7 और SE जैसे पुराने मॉडल्स को पहले से स्लो कर दिया है। फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट करते समय कंपनी फोन को स्लो करने वाला प्रोग्राम फोन में इंस्टॉल कर देती है।

कंपनी लॉन्च करेगी आईफोन बैटरी के लिए सॉफ्टवेयर अपडेट-
कंपनी ने घोषणा की है कि वर्ष 2018 की शुरुआत में वह आईओएस सॉफ्टवेयर अपडेट जारी करेगी। इसकी मदद से यूजर्स को आईफोन बैटरी की हैल्थ के बारे में पता चलेगा। साथ ही यूजर्स यह भी देख सकेंगे कि आईफोन की परफोर्मेंस बैटरी की वजह से प्रभावित हो रही है या नहीं।

आइफोन ने फोन को स्लो करने का यह तर्क दिया-
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी का कहना है कि फोन के पुराने मॉडल्स की लाइफ को बढ़ाने के लिए उनकी परफॉर्मेंस को थोड़ा घटा दिया है। इससे फोन स्विच ऑफ जरूर होगा, लेकिन उसके हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर सुरक्षित बने रहेंगे। कंपनी का मानना है कि उसने अपने यूजर को फोन का बेस्ट एक्सपीरियंस देने के लिए ऐसा किया है। दरअसल फोन में लगी लीथियम आयन बैटरीज कूल कंडीशन में पूरा करेंट नहीं दे पातीं और बैटरी पुरानी होने पर वो ठीक से चार्ज भी नहीं हो पातीं। ऐसे में फोन डिवाइस अपने आप ऑफ हो जाती है, लेकिन फोन के कंपोनेंट्स लंबे समय तक सेफ बने रहते हैं।


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