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Jio, Airtel, Vodafone और BSNL के खिलाफ कोर्ट पहुंची Paytm, 100 करोड़ रुपए हर्जाने की रखी मांग

Paytm ने आरोप लगाया कि एयरटेल रिलायंस जियो बीएसएनएल एमटीएनएल और वोडाफोन टेलीकॉम कमर्शियल कम्यूनिकेशन कस्टमर प्रिफरेंस रेग्यूलेशन (TCCCRP) 2018 के नियमों का उल्लंघन कर रही हैं

By Renu YadavEdited By: Published: Sat, 30 May 2020 02:56 PM (IST)Updated: Sat, 30 May 2020 02:56 PM (IST)
Jio, Airtel, Vodafone और BSNL के  खिलाफ कोर्ट पहुंची Paytm, 100 करोड़ रुपए हर्जाने की रखी मांग
Jio, Airtel, Vodafone और BSNL के खिलाफ कोर्ट पहुंची Paytm, 100 करोड़ रुपए हर्जाने की रखी मांग

नई दिल्ली, टेक डेस्क। ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म Paytm ने टेलीकॉम कंपनियों jio, Airtel, Vodafone और BSNL के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। याचिका में Paytm ने आरोप लगाया कि टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स ऐसे हैंडसेट यूजर्स के फोन नंबर को ब्लॉक नहीं कर रही हैं, जो मोबाइल से ग्राहकों को कॉल,मैसेज या फिर मेल करके Paytm ग्राहकों से धोखाधड़ी करते हैं। Paytm ने दावा किया कि धोखाधड़ी करने वाले शिफिंग एक्टिविटी से लाखों Paytm ग्राहकों को नुकसान पहुंच रहे हैं। फ्रॉड को अंजाम देने के लिए कई मोबाइल नेटवर्क का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन टेलीकॉम प्रोवाइडर कंपनियां फ्रॉड करने वालों के नामों का खुलासा नहीं करती हैं और न ही उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करती हैं। इसके चलते Paytm कंपनी को वित्तीय नुकसान हो रहा है। साथ ही उसकी साख कम हो रही है। ऐसे में Paytm ने इन टेलीकॉम प्रोवाइड कंपनियों से 100 करोड़ रुपए के हर्जाने की मांग की है।

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बता दें कि फिशिंग एक साइबर अपराध है, जहां लोगों को ईमेल, फोन कॉल या किसी व्यक्ति के जरिए संपर्क किया जाता है और किसी संगठन या किसी वित्तीय संस्थान का प्रतिनिधि बनकर लोगों से उनकी बैंकिंग और क्रेडिट कार्ड से जुड़ी संवेदनशील जानकारी चुरा ली जाती है। Paytm ने अपनी याचिका में कहा कि बड़ी टेलीकॉम कंपनियां जैसे एयरटेल, रिलायंस जियो, बीएसएनएल, एमटीएनएल और वोडाफोन टेलीकॉम कमर्शियल कम्यूनिकेशन कस्टमर प्रिफरेंस रेग्यूलेशन (TCCCRP) 2018 के नियमों का उल्लंघन कर रही हैं, जिसे टेलीकॉम रेग्यूलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने अनचाही कमर्शियल संचर समस्या पर अंकुश लगाने के इरादे से नोटिफाई किया था। इसके तहत टेलीकॉम कंपनियां फ्रॉड करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र हैं। याचिका में टेलीकॉम कंपनियों की नाकामी और उचित कस्टमर वेरिफिकेशन की समस्या का खुलाश किया गया है।

 

Paytm ने कोर्ट से दिशा-निर्देश जारी करके फ्रॉड को अंजाम देने वालों के नंबर ब्लॉक करने, उनके वित्तीय लेनदेन पर रोक लगाने को लेकर टेलीकॉम कंपनियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित करन की मांग की।  साथ ही कहा कि TRAI की ओर से TCCCPR के प्रोविजन को सख्ती से लागू किया जाए, जिससे ऑनलाइन फ्रॉड करने वालों से निपटने में मदद मिल सके। साथ ही मांग रखी कि कोर्ट सुनिश्चित करें कि जिन सिम की बिक्री हो रही है, उन्हें सही वेरिफेशन करके बेचा जा रहा है। इसके अलावा Paytm ने टेलीकॉम नेटवर्क का इस्तेमाल करके फ्रॉड करने वालों को पकड़ने के लिए एक इंटर-एजेंसी टॉस्क फोर्स बनाने की अपील की है।

(Written By- Saurabh Verma)


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