लॉकडाउन का असर: अप्रैल में भारत में स्मार्टफोन की बिक्री शून्य
देशव्यापी लॉकडाउन के चलते अप्रैल में भारत में स्मार्टफोन की बिक्री बिल्कुल ठप रही। यहां तक वैश्विक स्मार्टफोन मार्केट में भी 13 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई
नई दिल्ली, आईएएनएस। दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस के प्रभाव को रोकने के लिए भारत सरकार ने 24 मार्च को देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी। इसके बाद लॉकडाउन को दूसरी बार आगे बढ़ाया गया है और 3 मई को खत्म होने वाला लॉकडाउन 17 मई तक जारी रहेगा। लॉकडाउन के चलते केवल जरूरी सामानों की उपलब्ध कराए जा रहे हैं, ताकि लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करें। ऐसे में टेक इंडस्ट्री पर लॉकडाउन को काफी बड़ा असर देखने को मिला। लॉकडाउन की शुरुआत में ही टेक कंपनियों ने अपने कई बड़े इवेंट्स को कैंसिल कर दिया। वहीं अब सामने आई रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल में भारत में स्मार्टफोन की सेल शून्य रही। COVID-19 देशव्यापी लॉकडाउन के कारण स्मार्टफोन कंपनियों ने अपनी सर्विसेज को फिलहाल के लिए बंद किया हुआ है। यहां तक ऑनलाइन सर्विस भी केवल जरूरी सामान मुहैया करा रही है।
काउंटरप्वाइंट के एसोसिएट डायरेक्टर तरूण पाठक ने आईएएनएस का बताया कि 'अप्रैल में स्मार्टफोन शिपमेंट शून्य रही है और अभी हम अनिश्चितता के बीच लॉकडाउन में ही हैं, ऐसे में देश में स्मार्टफोन निर्माताओं के लिए Q2 2020 वास्तविक चुनौतीपूर्ण होने जा रहा है।' पाठक ने कहा कि 'हम सुन रहे हैं कि लॉकडाउन के दौरान जरूरी सामानों की बिक्री हो रही है, लेकिन हजारों लोग संभावित 11-12 मिलियन स्मार्टफोन की बिक्री के खिलाफ हैं, जो एक सामान्य महीने में होता है।'
सभी स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां जैसे Samsung से लेकर Xiaomi और Realme तक ने अपने स्मार्टफोन की मैनुफैक्चरिंग और एसेंब्लिंग को मार्च में ही बंद कर दिया था। Realme ने तो 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा के बाद पूरी तरह से अपनी सेल्स और मैनुफैक्चरिंग को बंद करने की घोषणा कर दी थी।
Realme के वाइस प्रेसिडेंट माधव सेठ ने कहा कि 'सरकार के निर्देशों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में हमारी ग्रेटर नोएडा फैक्ट्री में 21 मार्च से परिचालन बंद कर दिया गया है, साथ ही बिक्री भी रुक गई है। हमने अपनी Narzo सीरीज के लॉन्च इवेंट और कुछ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑफ़ थिंग्स (एआईओटी) उत्पादों को भी स्थगित कर दिया था जो अप्रैल के लिए निर्धारित थे।'
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि 'बड़ी अनिश्चितता मांग की तरफ आती है। अगर देश की अर्थव्यवस्था और लोगों की आय में बाधा आई, तो 2020 में स्मार्टफोन की मांग आशावादी नहीं हो सकती है। हमें आगे यह मूल्यांकन करने की आवश्यकता होगी कि बाजार को फिर से ओपन करने पर अर्थव्यवस्था कैसे बेहतर होगी।'बता दें कि जहां भारत में अप्रैल में स्मार्टफोन सेल शून्य रही, वहीं वैश्विक स्मार्टफोन मार्केट में 13 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।