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Jio ने जल्द स्पेक्ट्रम नीलामी की रखी मांग, कहा- देरी से देश के खजाने को होगा नुकसान

Reliance Jio on spectrum auction Jio ने हर साल स्पेक्ट्रम नीलामी पॉलिसी को रोकने के लिए दूरसंचार विभाग पर सवाल उठाया है। Jio के मुताबिक देश में डेटा की मांग को पूरा करने के लिए एयरवेव की बिक्री जल्द होने की जरूरत है।

By Saurabh VermaEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 06:15 PM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 06:15 PM (IST)
Jio ने जल्द स्पेक्ट्रम नीलामी की रखी मांग, कहा- देरी से देश के खजाने को होगा नुकसान
यह दैनिक जागरण की ऑफिशियल फाइल फोटो है।

नई दिल्ली, पीटीआइ. Reliance Jio on spectrum auction : टेलिकॉम कंपनी Reliance Jio की तरफ टेलिकॉम डिपार्टमेंट से जल्द स्पेक्ट्रम नीलामी की प्रक्रिया को पूरा करने की मांग की गई है। साथ ही Jio ने हर साल स्पेक्ट्रम नीलामी पॉलिसी को रोकने के लिए टेलिकॉम डिपार्टमेंट पर सवाल उठाया है। Jio के मुताबिक देश में डेटा की मांग को पूरा करने के लिए एयरवेव की बिक्री जल्द होने की जरूरत है, जिसमें टेलिकॉम विभाग की तरफ से देरी की जा रही है। 

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व्यापार के नियमों के खिलाफ है स्पेक्ट्रम नीलामी रोकना

मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली Jio ने 28 सितंबर को टेलिकॉम सेक्रेट्री अंशू प्रकाश को एक पत्र लिखकर कहा कि राष्ट्र हित की पॉलिसी में कुछ ऑपरेटर्स के इंटरेस्ट के चलते देरी नही करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्पेक्ट्रम नीलामी की प्रक्रिया में देरी से देश के खजाने को नुकसान पहुंच रहा है। साथ ही इस तरह की देरी से निवेशकों का भी व्यापार प्रभावित हो रहा है और यह देरी इज ऑफ डूइंग के नियमों के खिलाफ है। 

चार साल से नही हुई स्पेक्ट्रम नीलामी 

रिलायंस Jio ने कहा गया कि हम सुप्रीम कोर्ट के साल 2012 के फैसले के बाद भी स्पेक्ट्रम नीलामी की सफल प्रक्रिया को अचानक रोकने के पीछे की ठोस वजह को नही खोज पा रहे हैं। Jio के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के 2G मामले में आए फैसले के बाद हर साल स्पेक्ट्रम नीलामी होनी थी। लेकिन इसके बावजूद साल 2016 के बाद कोई स्पेक्ट्रम नीलामी प्रक्रिया नही हुई है। 

कुछ ऑपरेटर के विरोध में नही रोकी जानी चाहिए स्पेक्ट्रम नीलामी प्रक्रिया 

Jio ने कहा कि टेलिकॉम सेक्टर की ग्रोथ और सतत विकास के लिए हर साल क्वॉलिटी ब्रॉडबैंड की जरूरत होती है. ऐसे में तुरंत स्पेक्ट्रम नीलामी की जानी चाहिए. टेलिकॉम कंपनी Jio के पत्र में कहा गया कि पिछले चार साल में स्पेक्ट्रम नीलामी नही हुई है। लेकिन इसी दौरान ट्रैफिक और डाटा की खपत में करीब 50 गुना बढ़त हो गई है। हम जानते हैं कि कुछ सर्विस प्रोवाइडर स्पेक्ट्रम नीलामी की प्रक्रिया का विरोध करेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने विलय और अधिग्रहण के माध्यम से बड़ी मात्रा में स्पेक्ट्रम का अधिग्रहण किया है और वे हर महीने ग्राहकों को भी खो रहे हैं। 


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