दुनियाभर में मेड इन इंडिया फोन की बढ़ी डिमांड, Samsung के इस स्मार्टफोन को किया गया सबसे ज्यादा पसंद
आपको बता दें कि इस साल जनवरी से सितंबर तक कुल 1.2 करोड़ मोबाइल फोन को एक्सपोर्ट किया गया है। इसमें से स्मार्टफोन की हिस्सेदारी करीब 1.09 करोड़ यूनिट रही। मार्केट रिसर्च फर्म ARC ने इसका खुलासा किया है
नई दिल्ली, टेक डेस्क. एक वक्त था, जब भारत में स्मार्टफोन को एक्सपोर्ट किया जाता था। लेकिन आज के दौर में भारत से दुनियाभर में मोबाइल का एक्सपोर्ट होता है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस साल मोबाइल एक्सपोर्ट का आंकड़ा 1.5 बिलियन डॉलर (11,000 करोड़ रुपये) पार कर सकता है। आपको बता दें कि इस साल जनवरी से सितंबर तक कुल 1.2 करोड़ मोबाइल फोन को एक्सपोर्ट किया गया है। इसमें से स्मार्टफोन की हिस्सेदारी करीब 1.09 करोड़ यूनिट रही। मार्केट रिसर्च फर्म ARC ने इसका खुलासा किया है।
किस स्मार्टफोन ब्रांड का कितना रहा एक्सपोर्ट
इस साल जनवरी से सितंबर के दौरान Samsung का एक्सपोर्ट सबसे ज्यादा रहा। Samsung ने करीब 1.1 करोड़ यूनिट को भारत से एक्सपोर्ट किया है। इसके बाद 60 लाख यूनिट के साथ Xiaomi का नंबर आता है। Samsung की तरफ से 98 लाख और Xiaomi ने 60 लाख स्मार्टफोन का निर्यात हुआ है। वही Lava के 20 लाख स्मार्टफोन का निर्यात हुआ है। अगर टॉप -5 स्मार्टफोन एक्सपोर्ट की बात करें, तो Samsung, Xiaomi और Lava के साथ Vivo और OnePlus का नाम आता है।
Samsung Galaxy A51 का रहा सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी से सितंबर के दौरान Lava को काफी पसंद किया गया है। वही Samsung A51 को भारत से सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट किया गया है। अमेरिका के अलावा यूएई, सार्क देशों को भारत से सबसे ज्यादा स्मार्टफोन एक्सपोर्ट किये गये हैं। TechARC के चीफ एनालिस्ट एडं फाउंडर Faisal Kawoosa के मुताबिक भारत की मेड इन इंडिया की मुहिम के चलते भारतीय मोबाइल इंडस्ट्री को ग्लोबल एक्सपोर्ट हब बनने में मदद मिलेगी।
इन देशों को मोबाइल हुआ एक्सपोर्ट
मौजूदा वक्त में भारत से 24 देशों को स्मार्टफोन एक्सपोर्ट होता है। कोविड-19 की चलते भारतीय स्मार्टफोन के निर्यात पर सीधा असर पड़ा है। इसके चलते जनवरी से मार्च के दौरान 74 लाख स्मार्टफोन की जगह 12 लाख यूनिट का एक्सपोर्ट किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार भारत सरकार की तरफ से प्रोडक्शन लिंक्ड इनिशिएटिव (PLI) योजना के तहत 10 मोबाइल हैंडसेट निर्माताओं सहित 16 इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों को करीब 1.45 लाख करोड़ रुपये की मदद दी गई है।