Google सॉल्यूशंस के जरिए कंपनियों ने कई सौ गुना बढ़ाया अपना रेवेन्यू
Google का कहना है कि सही सूचना और जरूरी मदद से छोटी कंपनियां भी विकसित होकर दुनिया को बदल देने वाली टॉप कंपनियों में शुमार हो सकती हैं।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। आज वैश्विक बाजार में व्यापार के लिए डिजिटल विशेषज्ञों की मांग बढ़ रही है। कंपनियों को सफलता के लिए ऐसे कर्मचारियों की जरूरत है, जिनके पास डिजिटल तकनीक की जानकारी और प्रैक्टिकल स्किल हों। इसे देखते हुए Google छोटे और मध्यम आकार के बिजनेस, डेवलपर्स और पत्रकारों को ट्रेनिंग और टूल दे रही है, ताकि भारत बेहतर कल के लिए तैयार हो सके। Google एड सल्यूशंस के जरिए एक कंपनी ने तो18 महीने में अपना रेवेन्यू 13 गुना तक बढ़ा लिया। बाकी कंपनियों को भी खूब फायदा हुआ है।
भारत में स्मॉल बिजनेस के विकास में तकनीक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। इससे वे नए बाजार खोज सकते हैं, अलग-अलग ऑडियंस से रूबरू हो सकते हैं और प्रभावी तरीके से प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं। Google का कहना है कि सही सूचना और जरूरी मदद से छोटी कंपनियां भी विकसित होकर दुनिया को बदल देने वाली टॉप कंपनियों में शुमार हो सकती हैं। इसे देखते Google बिजनेस ऑनर्स को उचित स्किल्स और टूल्स मुहैया कराने पर काम कर रही है, जिनसे वे डिजिटल होकर इंटनेट की पूरी ताकत का इस्तेमाल कर सकें।
डिजिटल अनलॉक इनिशिएटिव के अंतर्गत पूरे भारत के बिजनेस ऑनलाइन और ऑफलाइन ट्रेनिंग दी जा सकती है। इसी तरह ऐसे टूल्स तैयार किए जा रहे हैं जो डिजिटल मार्केटिंग जर्नी में उनकी मदद कर सकते हैं। इनमें नई चीजें खोजने की क्षमता में सुधार, सेल्स और उत्पादकता में वृद्धि आदि शामिल हैं। उदाहरण के लिए, बटरकप्स कंपनी ने Google एड सल्यूशन के जरिए 18 महीने में अपना रेवेन्यू 13 गुना बढ़ा लिया। इसी तरह डिजिटल मार्केटिंग से डाइवइंडिया ने 16 महीने में 230 फीसदी कारोबार बढ़ा लिया।
भारत में 2018 तक 40 लाख डेवसपर्स थे। लेकिन उनमें से सिर्फ 25 प्रतिशत ही मोबाइल के लिए स्किल्ड हैं। जबकि भारत के 65 फीसदी लोग मोबाइल से ही इंटरनेट एक्सेस करते हैं। यह ट्रेंड बढ़ता ही जा रहा है। इसलिए हम भारत की मदद करना चाहते हैं, ताकि यह देश मोबाइल एप्लिकेशन डेवलेपमेंट में दुनिया में नंबर 1 बन सके।
कई यूनिवर्सिटी और ऑनलाइन प्लेटफार्म से करार
Google विश्वेश्वरय्या प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी और जवाहर लाल नेहरू तकनीकि यूनिवर्सिटी जैसे कई विश्वविद्यालयों से करार कर रही है, ताकि 75 हजार छात्रों को ट्रेन किया जा सके। इसके अलावा कई ऑनलाइन प्लेटफार्म से करार कर एक लाख छात्रों को ट्रेन करने की भी योजना है। वहीं Google डेवलपर्स फेस्ट आयोजित कर रहे हैं और डेवलपर्स ने स्टूडेंट क्लब भी बनाए हैं। वहीं न्यूजस्लैब इनिसिएटिव के जरिए 10 हजार पत्रकारों को ट्रस्ट, वैरिफिकेशन और डाटा की ट्रेनिंग दी जा रही है।