Good News! पेटीएम, अमेजन पे और फोनपे के इन यूजर्स के अकाउंट नहीं किए जाएंगे कैंसल
इस परमीशन के तहत यूजर्स को मिनिमम केवाईसी अकाउंट्स का विकल्प दिया जाएगा। यह सेंट्रल बैंक के low KYC पीपीआई अकाउंट्स जैसा ही होगा
नई दिल्ली, टेक डेस्क। PayTM, PhonePe, Amazon Pay जैसे मोबाइल वॉलेट्स को सरकार की तरफ से राहत दी गई है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने वॉलेट सर्विस प्रोवाइडर्स को बिना KYC वाले यूजर्स को सर्विस देने की परमीशन दे दी है। इस तरह के अकाउंट्स को पहले काफी लिमिटेड सर्विसेज मिलती थीं। साथ ही उन्हें कैंसिलेशन का सामना भी पड़ता था। ऐसे में इस परमीशन के तहत यूजर्स को मिनिमम केवाईसी अकाउंट्स का विकल्प दिया जाएगा। यह सेंट्रल बैंक के low KYC पीपीआई अकाउंट्स जैसा ही होगा। हालांकि, यह राहत केवल कंपनियों के लिए ही नहीं बल्कि यूजर्स के लिए भी है जिन्हें फुल KYC नहीं करानी होगी।
आपको बता दें कि रेग्यूलेटर करीब 200 मिलियन मोबाइल वॉलेट यूजर्स के अकाउंट को कैंसल कर दिया जाने वाला था। ऐसे यूजर्स की KYC कराने की आखिरी तारीख 29 फरवरी थी। अगर इस दिन तक KYC नहीं कराई जाती है तो अकाउंट बंद कर दिया जाएगा। इनमें कुछ ऐसे अकाउंट्स भी शामिल थे जिन्हें आधार कार्ड की मदद से वेरिफाई किया गया था। इन्हें सुप्रीम कोर्ट की तरफ से अवैध माना गया था।
नया KYC सिस्टम करेगा मदद: सेंट्रल बैंक ने कुछ समय पहले ही KYC सिस्टम पेश किया था। अब यूजर्स के पास KYC करवाने के अलग-अलग तरीके दिए गए हैं। इसके तहत अगर यूजर्स फुल KYC नहीं भी कराते हैं तो भी उनका अकाउंट कैंसल नहीं किया जाएगा। सेंट्रल बैंक ने प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट पेश किया था। इसमें यूजर्स को 10,000 रुपये की मासिक रिचार्ज लिमिट दी गई है। इसके जरिए यूजर्स पेमेंट कर पाएंगे।
जानें क्यों कराना था KYC: जब भारत में नोटबंदी की गई थी तब लोगों का झुकाल ई-वॉलेट्स की तरफ बढ़ गया था। इसके बाद RBI ने कहा था कि जो भी कंपनियां ई-वॉलेट सर्विस देती हैं उन्हें अपने ग्राहकों का फुल KYC वेरिफिकेशन कराना होगा। इसके बाद ही यूजर्स ऐप के सभी फीचर्स को इस्तेमाल कर पाएंगे।