FAU-G Mobile Game: PUBG पर प्रतिबंध लगने के बाद भारतीय FAU:G गेम का टीजर हुआ जारी, जल्द होगा लॉन्च
PUBG गेम के बैन होने के बाद अब इसके विकल्प के तौर पर मेड इन इंडिया गेमिंग ऐप दस्तक देने की तैयारी कर रहा है
नई दिल्ली, टेक डेस्क। PUBG गेम पर प्रतिबंध लगने के बाद अब भारतीय गेमिंग ऐप FAU:G का टीजर जारी हो गया है। बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने ट्वीट कर इस गेम की जानकारी साझा की है। आपको बता दें कि भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखकर दो दिन पहले पबजी समेत 118 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाया था, हालांकि इसका कंप्यूटर वर्जन अब भी एक्टिव है।
Supporting PM @narendramodi’s AtmaNirbhar movement, proud to present an action game,Fearless And United-Guards FAU-G. Besides entertainment, players will also learn about the sacrifices of our soldiers. 20% of the net revenue generated will be donated to @BharatKeVeer Trust #FAUG pic.twitter.com/Q1HLFB5hPt
— Akshay Kumar (@akshaykumar) September 4, 2020
FAU:G गेम को इस कंपनी ने किया तैयार
FAU:G गेम को बंगलूरू की कंपनी nCORE गेम्स ने तैयार किया है। इस गेम के बार में फिहलाल कोई जानकारी नहीं मिली है। लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट की मानें तो यह गेम पबजी की तरह मल्टीप्लेयर होगा। साथ ही इस गेम को अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर उतारा जा सकता है।
PUBG से पहले इन चीनी मोबाइल ऐप पर लगा बैन
पबजी गेम से पहले भारत सरकार ने Tiktok समेत 106 चीनी मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाया था। सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69 ए के तहत टिक-टॉक समेत 59 ऐप पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया था, क्योंकि ये ऐप भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा थे।
भारत ने चीन पर तीन बार की डिजिटल स्ट्राइक
भारत अब तक चीन पर 3 बार डिजिटल स्ट्राइक कर चुका है। केंद्र सरकार ने सबसे पहले जून में टिकटॉक समेत 59 चीनी मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाया था। इसके बाद 47 अन्य चीनी ऐप को ब्लॉक किया गया। वहीं, अब सरकार ने पबजी समेत 118 चीनी मोबाइल ऐप को बैन कर दिया है। कुल मिलाकर कहें तो भारत में अब तक 224 चीनी मोबाइल बैन हो चुके हैं।
इस धारा के तहत लगा चीनी ऐप पर बैन
प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69 ए के तहत टिक-टॉक समेत 59 ऐप पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया था, क्योंकि ये ऐप भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा थे।
(Written By- Ajay Verma)