Facebook पर कोरोना से जुड़ी पोस्ट करने से पहले हो जाएं सावधान, पढ़ लें यह जरूरी खबर
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook के मुताबिक ऑटोमेशन मोड से कंटेंट रिव्यू करने के चलते सेल्फ हॉर्म और चाइल्ड सेक्सुअल कंटेंट के प्रसार पर रोक नही लग पा रही है।
नई दिल्ली, रॉयटर्स। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook पर कोरोना वायरस से जुड़ी पोस्ट करते हैं, तो सावधान हो जाएं। Facebook की तरफ से कोरोना से जुड़ी भ्रामक सूचनाएं फैलाने वालों का अकाउंट बंद कर सकती है। बता दें कि Facebook ने कोरोना से जुड़ी गलत सूचनाएं फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। Facebook ने मंगलवार को कहा कि दूसरी तिमाही में कंपनी ने कोरोना वायरस से जुड़ी भ्रामक सूचनाएं फैलाने वाले करीब 70 लाख फेसबुक अकाउंट को हटा दिया है।
Facebook की तरफ से इसी दौरान करीब आतंकी संगठन से जुड़े करीब 87 लाख पोस्ट को डिलीट किया गया है। पिछले साल तक यह आंकड़ा 6.3 लाख था। हालाांकि इस दौरान नफरती पोस्ट करने के मामले में गिरावट दर्ज की गई है। पहली तिमाही में जहां 47 लाख हेट स्पीच के मामले दर्ज किए गए थे, जिनकी संख्या दूसरी तिमाही में घटकर 4 लाख रह गई। हालांकि कंपनी ने अपने प्लेटफॉर्म पर हेट स्पीच के प्रसार को लेकर कोई खुलासा नही किया गया है।
सिविल राइट ग्रुप का मानना है कि हेट स्पीच के मामलों के प्रसार के मामले की जानकारी न देने की वजह से रिपोर्ट काफी कमजोर हो जाएगी। Facebook की मानें, तो कंटेंट रिव्यू के लिए कंपनी ऑफिस रिव्यूअर के मुकाबले ऑटोमेशन का इस्तेमाल करती है। ऐसा कोरोना वायरस के चलते ऑफिस न जाने की वजह से हो रहा है। लेकिन इसका नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। कंपनी के मुताबिक ऑटोमेशन मोड से कंटेंट रिव्यू करने से सेल्फ हॉर्म और चाइल्ड सेक्सुअल उन कंटेंट पर रोक नही लगा पा रहे हैं, जो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का सहारा लेते है। Facebook ने कहा कि हम अपनी हेट स्पीच पॉलिसी का तेजी से प्रसार कर रहे हैं। इसमें कंटेंट डुप्लीकेसी ब्लैकफेस, स्टीरियोटाइप शामिल है।
Written By (Saurabh Verma)