लॉकडाउन में भारत के सेलुलर ट्रैफिक में 30 फीसदी तक का उछाल: रिपोर्ट
मार्च के अंत तक भारत में प्रतिदिन डाटा खपत बढ़कर 307 पेटाबाइट्स हो गया।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। भारत में कोविड-19 की वजह से लॉकडाउन जारी है। लॉकडाउन क दौर में भारत के सेलुलर ट्रैफिक में 13 से 30 फीसदी तक बढ़ गया है। इसकी वजह से भारत दुनियाभर में सबसे ज्यादा डाटा खपत वाला देश बना गया है। Huawei टेलीकॉम इंडिया के सीटीओ राधे श्याम शारदा ने बताया कि मार्च के अंत तक भारत में प्रतिदिन डेटा खपत बढ़कर 307 पेटाबाइट्स हो गया।
Indian Express रिपोर्ट के मुताबिक शारदा ने कहा कि भारत में पहले के मुकाबले टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर ज्यादा क्रिटिकल और ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है। उन्होंने आगे कहा कि भारत में नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी में निवेश बंद हो रहा है। शारदा ने बताया कि मल्टीपल-इनपुट-मल्टीपल-आउटपुट (MIMO) टेक्नोलॉजी पुराने बेस स्टेशन और क्लाउड एयर के मुकाबले तीन से पांच गुना ज्यादा तेज है। शारदा ने माना कि भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री संकट के दौर से गुजर रही है। लेकिन अगर नेटवर्क ट्रैफिक की बात करें,तो इसमें लगातार सुधार देखा जा रहा है।
भारत के 5G नेटवर्क के सवाल पर शारदा ने कहा कि भारतीय 5G स्ट्रेक्ट्रम नीलामी और स्पेक्ट्रम नीलामी की दिशा में काम हो रहा है। शारदा ने कई सारी रिपोर्ट के हवाले से कहा कि ऐसा अंदेशा जताया जा है कि इस साल भारतमें 5G स्पेक्ट्रम नीलामी नहीं होगी। हालांकि स्पेक्ट्रम नीलामी की वजहअभी तक साफ नहीं है। इसके विपरीत भारत में पहले से ही 5G स्मार्टफोन मौजूद हैं। लेकिन 5G की नेटवर्किंग टेक्नोल़ॉजी पर अभी काम होना बाकी है।दुनियाभर में 5G टेक्नोलॉजी पर धीमी गति से काम हो रहा है। वहीं कोविड-19 की वजह से 5G स्पेक्ट्रम नीलामी में पहले के मुकाबले ज्यादा देरी होनी की संभावना जताई जा रही है। Huawei टेक्नोलॉजीज के सीनियर मार्केटिंग डायरेक्टर, इमैनुएल कोल्हो अल्वेस ने कहा, 'आज टेलिकॉम इंडस्ट्री रोजाना के हिसाब से डील कर रही है, ताकि वो स्केल को एडॉप्ट कर सेक और नेटवर्क की गारंटी दे सके।
(Written by- Saurabh Verma)