Battlegrounds Mobile India की प्री-रजिस्ट्रेशन गूगल प्ले स्टोर पर शुरू, जानें इसके बारे में सबकुछ
Battlegrounds Mobile India pre-registration start गूगल प्ले स्टोर पर Battlegrounds Mobile India की प्री-रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया लाइव हो गई है। अब यूजर्स प्ले-स्टोर पर जाकर गेम को प्री-रजिस्टर कर सकेंगे। आइए जानते हैं इस गेम के बारे में विस्तार से।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। PUBG लवर्स के लिए खुशखबरी है। गूगल प्ले स्टोर पर Battlegrounds Mobile India की प्री-रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया लाइव हो गई है। अब यूजर्स प्ले-स्टोर पर जाकर इस गेम को प्री-रजिस्टर कर सकते हैं। हालांकि, गेम डेवलपर Krafton की ओर से बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया की लॉन्चिंग को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है।
ऐसे करें प्री-रजिस्टर
- बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया गेम को प्री-रजिस्टर करने के लिए सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर पर जाएं
- यहां बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया गेम सर्च करें
- अब आपको बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया गेम दिखाई देगा, उस पर क्लिक करें
- यहां आपको pre-register का बटन दिखाई देगा, उस पर क्लिक करते ही प्री-रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी
मिल सकता है Sanhok मैप
कंपनी ने हाल ही में एक टीजर जारी किया था, जिसमें Ban Tai लोकेशन को देखा जा सकता है, जो Sanhok मैप का हिस्सा है। इससे साफ हो गया है कि गेम Sanhok मैप मिलेगा। इसके अलावा टीजर से ज्यादा कुछ जानकारी नहीं मिली है।
कब होगी लॉन्चिंग
Krafton ने बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया की लॉन्चिंग डेट का खुलासा अभी तक नहीं किया है। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस गेम का ट्रेलर 31 मई 2021 को रिलीज किया जाएगा। वहीं, यह गेम जून से यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा।
प्राइवेसी और डेटा है पहली प्राथमिकता
कंपनी ने कहा है कि यूजर्स की प्राइवेसी और डेटा सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। हम डेटा की सुरक्षा के लिए अन्य कंपनियों के साथ काम कर रहे हैं। कंपनी ने आगे कहा है कि केंद्र सरकार के नियमों के मुताबिक गेम का डेटा सेंटर भारत में बनाया जाएगा।
बता दें कि भारत सरकार ने पिछले साल सितंबर में PUBG सहित 118 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाया था। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए बयान में बताया गया कि 118 मोबाइल ऐप्स भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा थे। भारतीय यूजर्स की सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए प्रतिबंध लगाया गया।