Move to Jagran APP

फेसबुक और ट्विटर पर Fake अकाउंट का पता लगाने के लिए आया नया सिस्टम

फेसबुक और ट्विटर पर फेक अकाउंट्स का लगाया जा सकेगा पता

By Sakshi PandyaEdited By: Published: Wed, 18 Apr 2018 03:35 PM (IST)Updated: Thu, 19 Apr 2018 11:16 AM (IST)
फेसबुक और ट्विटर पर Fake अकाउंट का पता लगाने के लिए आया नया सिस्टम
फेसबुक और ट्विटर पर Fake अकाउंट का पता लगाने के लिए आया नया सिस्टम

नई दिल्ली(टेक डेस्क)। वैज्ञानिकों ने एक नई एल्गोरिथ्म का निर्माण किया है। इससे सोशल नेटवर्किंग साइट्स जैसे की फेसबुक और ट्विटर के फेक अकाउंट्स का पता लगाया जा सकेगा। यह प्रक्रिया इस कल्पना पर आधारित है की फेक अकाउंट्स नेटवर्क में मौजूद अन्य यूजर्स के लिए कुछ गलत लिंक्स बनाते हैं। ऐसा सोशल नेटवर्क एनालिसिस की स्टडी में कहा गया है।

loksabha election banner

इजराइल यूनिवर्सिटी के रिसर्चर Dima के अनुसार- ''हाल ही में आए यूजर्स प्राइवेसी से जुड़े मामले में सोशल मीडिया का इस्तेमाल चुनाव को प्रभावित करने के लिए किया गया। ऐसी परिस्थिति में फेक यूजर्स का पता लगाना सबसे महत्वपूर्ण है। हमने एल्गोरिथ्म को टेस्ट किया है और 10 अलग सोशल नेटवर्क्स पर रियल-वर्ल्ड डाटा सेट किया है। एल्गोरिथ्म ने इस पर सही परफॉर्म किया है।''

रिसर्चर्स के अनुसार- इस एल्गोरिथ्म से रियल-लाइफ दोस्ती और फेक यूजर्स को आसानी से डिटेक्ट किया जा सकता है। यह ट्विटर के लिए भी सामान रूप से कार्य करेगा।

क्या है फेसबुक डाटा चोरी का पूरा मामला? आपके मन में यह सवाल जरूर उठा होगा की आखिर इतने बड़े स्तर पर डाटा की चोरी कैसे हुई? मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार डाटा को एक एनालिस्ट (विश्लेषक) की ओर से एकत्रित किया गया। फेसबुक के अनुसार- इस विश्लेषक की ओर से एक सर्वे दिया गया था, जिसे 270000 यूजर्स ने भरा है। यह सर्वे सिर्फ उन यूजर्स से ही नहीं बल्कि उनके दोस्तों आदि से भी भरवाया गया। इन यूजर्स को इस सर्वे से सम्बंधित कोई जानकारी नहीं थी। सर्वे के बाद ये सारी जानकारी कैम्ब्रिज एनलिटिका को दे दी गई जो की फेसबुक के नियमों के खिलाफ है। अब इस पर सवाल उठ रहे हैं की इस डाटा का आखिर क्या किया गया?

सोशल मीडिया पर डाटा रेगुलेशन की सख्त जरुरत: फेसबुक के फिलहाल 2.1 बिलियन यूजर्स एक्टिव हैं। इनमें से 1.4 बिलियन यूजर्स रोजाना साइट का इस्तेमाल करते हैं। सोशल नेटवर्किंग साईट होने के चलते इस पर लोग नियमित तौर पर अपने विचार, फोटोज और लाइफ इवेंट्स शेयर करते हैं। इससे फेसबुक के पास किसी भी कंपनी या व्यक्ति की हाई रिजोल्यूशन पिक्चर और जानकारी साझा हो जाती है। यह जानकारी लीक होने पर इसका कई बड़े स्तर पर गलत तरह से प्रयोग किया जा सकता है। ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है की क्या आने वाले समय में प्राइवेसी प्रोटेक्शन और डाटा रेगुलेशन को लेकर कानून बनाए जाएंगे या नहीं? क्योंकि इस बड़े डाटा चोरी के मामले के बाद यूजर्स की निजी जानकारी की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए ऐसे कानूनों की सख्त जरुरत लगती है।

यह भी पढ़ें:

सावधान! 3000 से ज्यादा एप आपके बच्चों पर रख रहे हैं नजर, COPPA नियम की हो रही अनदेखी

Gmail में होंगे ये 6 बड़े बदलाव, गूगल ने कहा ‘नए फीचर्स को लेकर अपडेट का काम जारी’

अमेजन इंडिया पर EMI फेस्ट सेल शुरू, जानें अन्य प्लेटफॉर्म पर क्या हैं ऑफर्स 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.