Facebook ने COVID-19 से जुड़े अफवाहों पर फैक्ट चेकर्स की मदद से उठाया सख्त कदम, 4 करोड़ पोस्ट पर लगाया वार्निंग लेबल
सोशल मीडिया कंपनी Facebook ने अपने प्लेटफॉर्म पर मौजूद COVID-19 से जुड़े 4 करोड़ से ज्यादा मिसलीडिंग पोस्ट को चेतावनी दी है।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। लीडिंग सोशल मीडिया कंपनी Facebook अपने प्लेटफॉर्म पर मौजूद कोरोनावायरस से जुड़ी गलत जानकारियों और अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। सोशल मीडिया कंपनी ने दुनियाभर के इंडिपेंडेंट फैक्ट चेकर्स के साथ मिलकर प्लेटफॉर्म पर मौजूद 4 करोड़ से ज्यादा मिसलीडिंग पोस्ट को वार्निंग दी है। साथ ही, कंपनी ने WHO द्वारा जारी किए गए COVID-19 से जुड़ी सही जानकारियों को 2 बिलियन यानि की 200 करोड़ यूजर्स तक पहुंचाई है। विशव स्वास्थय संगठन (WHO) ने पिछले महीने ही कोरोनावायरस को वैश्विक महामारी घोषित किया है।
Facebook ने लोगों को सही जानकारी पहुंचाने के साथ-साथ अपने प्लेटफॉर्म पर गलत जानकारियों को हटाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। लोगों को सही जानकारी पहुंचाने से केवल आधी चुनौती का हल निकलता है। सबसे बड़ी चुनौती प्लेटफॉर्म पर गलत जानकारियों को हटाने की है। इसको देखते हुए Facebook ने दुनिया भर के 60 से ज्यादा फैक्ट चेकिंग ऑर्गेनाइजेशन की मदद से 50 से ज्यादा भाषाओं में पोस्ट को रिव्यू किया है। इन फैक्ट चेकिंग संस्थानों में से भारत की तरफ से 'जागरण न्यू मीडिया' की फैक्ट चेकिंग विंग 'Vishvas News' भी शामिल है।
अपने ब्लॉग पोस्ट के जरिए Facebook ने बताया कि फैक्ट चेकर द्वारा अगर किसी पोस्ट को फॉल्स या मिसलीडिंग रेट की जाती है तो उस पोस्ट पर एक वॉर्नंग लेबल लग जाता है। मार्च 2020 में ही कोरोनावायरस से जुड़े 40 मिलियन (4 करोड़) अफवाहों और गलत पोस्ट पर वार्निंग लेबल लगाया गया है। इसके लिए इंडिपेंडेंट फैक्ट चेकिंग पार्टनर्स के जरिए Facebook पर मौजूद COVID-19 से जुड़े करीब 4,000 आर्टिकल को चेक किया गया है। Facebook पर उपलब्ध जिन 4 करोड़ पोस्ट पर वार्निंग लेसे लेबल लगाया गया है, उनमें से 95 प्रतिशत पोस्ट को लोगों ने वॉर्निंग लेबल लगने के बाद चेक नहीं किया।
इसके अलावा कंपनी ने हजारों की संख्या में अतिसंवेदनशील गलत जानकारियों को अपने प्लेटफॉर्म से भी हटा लिया है। इस वैश्विक माहामारी को देखते हुए कंपनी कोरोनावायरस (COVID-19) से जुड़े खतरनाक अफवाहों और गलत जानकारियों पर इसी तरह नजर बना कर रखेगी, ताकि लोगों को सही और विश्वसनीय जानकारी मिल सके। भारत में 'जागरण न्यू मीडिया' की फैक्ट चेकिंग विंग 'Vishvas News' भी Facebook के साथ मिलकर कोरोनावायरस से जुड़े अफवाहों और गलत जानकारियों और पोस्ट की पहचान कर रहा है।