Facebook Messenger का नया टूल, 18 साल से कम उम्र के बच्चों को बचाएगा हानिकारक चैट से
Facebook ने कहा कि वो 18 साल से कम उम्र के बच्चों को भेजे जा रहे मैसेज रिक्वेस्ट की पूरी निगरानी कर रहा है। साथ ही नाबालिगों को मैसेंजर के इस्तेमाल को लेकर शिक्षित करता है।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। Facebook ने Messenger के हानिकारक चैट और स्कैम से नाबालिग बच्चों को बचाने के लिए नया टूल लॉन्च किया है। मैसेंजर यूजर्स को अब नया सेफ्टी नोटिस पॉप-अप के तौर पर दिखेगा। साथ ही यूजर्स को संदेहास्पद गतिविधियों या लोगों की पहचान के टिप्स दिए जाएंगे। इस तरह हानिकारक चैट की पहचान करके उन्हें ब्लॉक या फिर इग्नोर किया जा सकेगा। एंड्राइड स्मार्टफोन में यह फीचर मार्च से शुरू हो गया है। इस हफ्ते से iOS में इस सुविधा का लाभ मिलना शूरू हो जाएगा।
Facebook Messenger के इस फीचर के तहत बच्चों की निजता का पूरा ख्याल रखा जाएगा। Messenger के प्रोडक्ट मैनेजमेंट के निदेशक बाइ जे सुलिवान ने बताया कि प्राइवेसी, सेफ्टी और सिक्योरिटी मैसेंजर के लिए काफी अहम है। उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करते हैं कि मैसेंजर लोगों से जुड़ने का सबसे सुरक्षित स्थान है, जहां लोग अपने खास दोस्तों से जुड़ सकते है। Facebook Messenger इंड टू इंड इक्रिप्शन पर काम करता है। Facebook ने यह सेफ्टी टिप्स मशीन लर्निंग की मदद से विकसित किया है।
Facebook ने कहा कि वो 18 साल से कम उम्र के बच्चों को भेजे जा रहे मैसेज रिक्वेस्ट की पूरी निगरानी कर रहा है। साथ ही नाबालिगों को मैसेंजर के इस्तेमाल को लेकर शिक्षित करता है। Facebook की यह पूरी कवायद लोगों को घोटालेबाजों से बचने और एडल्ट कंटेंट से दूर रखने के लिए है। साथ ही किसी गलत पोस्ट करने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की इजाजत देता है।
फेसबुक ओन्ड कंपनी इंस्टाग्राम ने भी हाल ही में एक नया टूल लॉन्च किया था, जो इंस्टाग्राम यूजर्स को कॉपीराइट नियम के उल्लंघन से बचाने के लिए था। इंस्टाग्राम एक नोटिफिकेशन के जरिए यूजर्स को सूचित करेगा, जिससे वो जिस सामग्री का इस्तेमाल कर रहे हैं, वो कॉपीराइट अधिनियम के उल्लंघन के तहत आती है या नहीं। इंस्टाग्राम के इन नए दिशा-निर्देशों से इसके यूजर्स के लिए लाइव वीडियो में संगीत, कहानियों और अन्य पोस्ट का उपयोग करना आसान हो जाएगा। नए अपडेट में एक पॉप नोटिफिकेशन शामिल है जो समय पर आकर यूजर्स को सूचित करेगा कि वे बिना लाइसेंस के संगीत या कला का उपयोग कर रहे हैं, जिससे उन्हें नियमों का उल्लंघन करने से बचने में मदद मिल सकेगी।
(Written By- Saurabh Verma)