Refurbished स्मार्टफोन खरीदने में रखें इन बातों का ख्याल, नहीं होगी परेशानी
सैंमसंग रीफर्बिश्ड हैंडसेट्स को certified pre-owned टर्म से बेचती है, जहां डिवाइस को कई जांच के बाद उसमें जरूरी बदलाव करके बेजा जाता है। वहीं एप्पल फोन के कई पार्ट्स को बैंड न्यू हैंडसेट्स के पार्ट से बदलता है।
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। कई यूजर्स हैं जो ब्रैंड न्यू डिवाइस खरीदने से ज्यादा रीफर्बिश फोन खरीदना पसंद करते हैं। इससे कम बजट में आपको एक अच्छा विकल्प मिल जाता है। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि रीफर्बिश फोन खरीदने से पहले आपको किन बातों का ख्याल रखना जरूरी है।
महंगे फोन को सबसे कम कीमत में खरीदने का रीफर्बिश एक अच्छा विकल्प होता है। उदाहरण के रूप में अगर आप 256 जीबी का आईफोन 7 रीफर्बिश फोन लेते हैं तो आपको नए फोन की तुलना में कम से कम 5,886 रुपये का अंतर देखने को मिलेगा। हालांकि कई तरह के रीफर्बिश फोन आपको कई जगह खरीदने को मिलते हैं। ऐसे में सवाल ये है कैसे पता लगाया जाए कि आप कहीं गलत फोन तो नहीं खरीद रहे? इसके लिए जरूरी है कि जब आप रीफर्बिश फोन को खरीदने जाएं, तो फोन से जुड़ी कई जानकारी के बारे में आपको अच्छे से पता हो।
क्या डिवाइस सच में रीफर्बिश है?
सीआर कंज्यूमर के मुताबिक हमे फोन खरीदने से पहले इस बात का जरूर पता लगाना चाहिए कि क्या फोन सच में रीफर्बिश फोन है या फिर उसे बस साफ करके बॉक्स में पैक कर दिया गया है। आपकी जानकारी के लिए हम बताते है कि रीफर्बिश फोन वो होता है जहां कंपनी फोन में आई हुई खराबी को ठीक करती है, और खराब हुए समान के बदले स्टेंडर्ड समान लगाती है।
सैंमसंग अपने रीफर्बिश हैंडसेट्स को certified pre-owned टर्म से बेचती है, जहां कंपनी वादा करती है कि डिवाइस को कई जांच के बाद उसमें जरूरी बदलाव करके वो यूजर्स को बेचती है। वहीं एप्पल की बात करें तो फोन के कई पार्ट को कंपनी बैंड न्यू हैंडसेट्स के पार्ट से बदलती है। इसलिए जरूरी है कि जब आप फोन को खरीदने जाएं तो वेंडर द्वारा रीफर्बिश पॉलिसी के बारे में जरूर पढ़े।
वॉरंटी और रिटर्न पॉलिसी
जब आप रीफर्बिश फोन खरीद रहें हो तो जरूरी है कि आप वेंडर द्वारा दी जा रही वॉरंटी पॉलिसी को जरूर पढ़ें। एप्पल और सैमसंग अपने रीफर्बिश्ड फोन पर एक साल तक की वॉरंटी पीरियड देते हैं, जो नए फोन के बराबर होता है। हालांकि एप्पल, फ्लिपकार्ट जैसे ई-कॉमर्स वेबसाइटस पर 90 दिनों का वॉरंटी पीरियड मिलता है। ऐसे में ये ध्यान देना जरूरी है कि फोन में अगर कोई खराबी आती है तो उसे कितने दिनों के अंदर रिटर्न किया जा सकता है।
साल 2021 तक 10 करोड़ यूजर्स के पास होगा 5जी स्मार्टफोन
एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में 5जी स्मार्टफोन की शिपमेंट साल 2021 तक 255 फीसदी तक बढ़ जाएगी। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 5जी स्मार्टफोन का ये आंकड़ा 2021 तक 11 करोड़ यूनिट को छू लेगा। हालांकि रिपोर्ट में बताया गया है कि 5जी स्मार्टफोन की ये बढ़त 2019 तक धीमी रहेगी लेकिन 5जी इंफ्रास्ट्रक्चर के मजबूत होते ही ये आंकड़ा तेजी से बढ़ेगा।
5 जी स्मार्टफोन के इंफ्रास्ट्रक्चर में अमेरिका, चीन, दक्षिण कोरिया और जापान दुनिया के दूसरे देशों से कहीं आगे हैं। इन देशों में 5जी तकनीक को लेकर काम जारी है। रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि आने वाले समय में 5जी नेटवर्क और स्मार्टफोन के व्यापार में अमेरिका, चीन, दक्षिण कोरिया और जापान प्रमुख देशों में शामिल रहेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक ये देश 2019 में 5जी स्मार्टफोन के रोल आउट को लेकर तैयार हो चुके हैं।
रिसर्च डायरेक्टर पीटर रिचर्डसन के मुताबिक यूरोप 5जी स्मार्टफोन के व्यापार में हाथ लगाने के बजाए इंतजार करना पसंद करेगा। उन्होंने ये भी कहा की 2018-2021 तक 5जी स्मार्टफोन का व्यापार धीमे गति से बढ़ेगा। इसका कारण उन्होंने बाजार में स्थिरता और 5जी इंफ्रास्ट्रचर को बताया है। पीटर रिचर्डसन ने ये भी कहा है कि जैसे ही 5 जी इंफ्रस्ट्रक्चर मजबूत होगा वैसे ही 5जी व्यापार की गति तेजी से बढ़ेगी।
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