चीनी ऐप बैन: कश्मीरी स्टूडेंट ने बनाया SHAREit का अल्टरनेटिव फाइल शेयरिंग ऐप
फाइल ट्रांसफर टूल को Google Play स्टोर पर फ्री में लिस्ट किया गया है। इसकी साइज 5.3MB है।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। भारत सरकार की तरफ से 59 चीनी ऐप बैन कर दिया गया था। इसके बाद कश्मीर के एक युवा MBA स्टूडेंट ने SHAREit का अलटरनेटिव फाइल शेयरिंग ऐप बना दिया है। इस ऐप को पिछले माह Google Play Store पर रिलीज किया गया था। इस ऐप को 5 में से 4.8 रेटिंग मिली है, जबकि डाउनलोडिंग 5,000 से ज्यादा हैं। इस ऐप को टीपू सुल्तान वानी ने बनाया है, जो कि कश्मीर के बडगाम जिले के सेंट्रल एरिया चदोरा के रहने वाले हैं। वानी ने कई सारे ऐप्स को Travager Wani के नाम से पेश बनाया है।
कश्मारी वॉच न्यूज पोर्टल के मुताबिक वानी की तरफ से SHAREit का बनाया गया अल्टरनेटिव ऐप शेयरइट से कहीं ज्यादा फास्ट है। साथ ही दावा किया गया कि इस देशी शेयरइट ऐप से कितनी भी संख्या में फाइल को ट्रांसफर किया जा सकेंगी। वानी की मानें, तो उन्होंने इन ऐप्स को बिनी कसी प्रचार प्रसार के तैयार किया है, जिसका इस्तेमाल फिल्मों, डॉक्यूमेंट और ऑडियो को शेयर करने के लिए किया जा सकता है। फाइल ट्रांसफर टूल को Google Play स्टोर पर फ्री में लिस्ट किया गया है। इसकी साइज 5.3MB है।
इस फीचर का कोर ऐप Send और Receive है। इससे यूजर शेयरइट की तरह ही एक ही नेटवर्क पर म्यूजिक, वीडियो और फोटो को शेयर कर सकेंगे। हालांकि पहले फाइल शेयरिंग ऐप्स आपसे फाइल, फोटो और मीडिया फाइल्स को एक्ससे करने की इजाजत मांगेगा। इसके अलावा फोन कॉल को मैनेज करने की भी इजाजत मांगेगा। यूजर Hotspot की मदद से फाइल्स आसानी से शेयर कर सकेंगे।
फाइल शेयरिंग टूल में दो एंड्रॉइड डिवाइस को काम करने के लिए समान नेटवर्क पर होना चाहिए, जैसे अन्य समान ऐप के साथ। इसका इंटरफ़ेस काफी सरल है। साथ ही पूरी तरह से सिक्योरिटी से लैस है। वानी ने फाइल शेयर टूल के अलावा कई अन्य ऐप बनाए हैं। वानी ने अपनी लिंक्डइन प्रोफाइल में खुद को Travager.com का सीईओ बताया है। इस साइट पर होटल, फ्लाइट और कार हायरिंग की डील्स हासिल की जा सकती है।
(Written By- Saurabh Verma)