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भारतीयों के बीच खत्म हुआ चाइनीज ऐप का क्रेज, सबसे ज्यादा इन ऐप्स को किया गया डाउनलोड : रिपोर्ट

जनवरी से नवंबर 2020 के दौरान भारत में डाउनलोड ऐप्स की बात करें तो इसमें 40 फीसदी के साथ भारत पहले स्थान पर काबिज है। जबकि इस लिस्ट में चीन दूसरे पायदान पर है। इसके बाद इजराइली रूस और अमेरिकी ऐप्स का नंबर आता है।

By Saurabh VermaEdited By: Published: Thu, 11 Feb 2021 12:27 PM (IST)Updated: Thu, 11 Feb 2021 12:27 PM (IST)
भारतीयों के बीच खत्म हुआ चाइनीज ऐप का क्रेज, सबसे ज्यादा इन ऐप्स को किया गया डाउनलोड : रिपोर्ट
यह दैनिक जागरण की प्रतीकात्मक फाइल फोटो है।

नई दिल्ली, टेक डेस्क। साल 2020 की शुरुआत तक भारत में चीन ऐप्स का दबदबा हुआ करता था। लेकिन भारत में चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध के बाद से ही इसमें गिरावट दर्ज की जा रही है। वही दूसरी तरफ भारतीय ऐप के इस्तेमाल में बढोतरी दर्ज की गई है। इसके चलते भारतीय ऐप मार्केट में मेड इन इंडिया ऐप की हिस्सेदारी बढ़कर करीब 40 फीसदी हो गई है। हालांकि चीनी ऐप्स मामूली अंतर के साथ दूसरे पायदान पर हैं। साल 2018 में अगर भारत में 200 ऐप इंस्टॉल किये जाते थे, उसमें मात्र 37 फीसदी भारतीय ऐप होते थे। इसाक खुलासा एक मोबाइल मार्केटिंग एनालिटिक्स फर्म AppsFlyer की रिपोर्ट से हुआ है। जनवरी से नवंबर 2020 के दौरान भारत में डाउनलोड ऐप्स की बात करें, तो इसमें 40 फीसदी के साथ भारत पहले स्थान पर काबिज है। जबकि इस लिस्ट में चीन दूसरे पायदान पर है। इसके बाद इजराइली, रूस और अमेरिकी ऐप्स का नंबर आता है। 

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कहां किन ऐप्स को किया जाता है डाउनलोड 

  • रिपोर्ट के मुताबिक भारत में में करीब 85 फीसदी ऐप्स को टियर-2 और टियर-3 में डाउनलोड किया जाता है। मतलब छोटे कस्बों और गांवों में सबसे ज्यादा ऐप्स को डाउनलोड किया जाता है। बाकी 15 फीसदी ऐप्स मेट्रो सिटी में हाउनलोड किये जाते हैं।
  • रिपोर्ट के मुताबिक भारत में सबसे ज्यादा न्यूज शार्ट वीडियो, यूटीलिटी ऐप्स को डाउनलोड किया जाता है।
  • भारत के उत्तर प्रदेश में नॉन आर्गेनिक ऐप इंस्टॉल के मामले में पहले पायदान पर है। मतलब इन ऐप्स को मार्केटिंग या पेड रूट के जरिए उपलब्ध कराया गया है। इस लिस्ट में उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र का नाम आता है।
  • रिपोर्ट के मुताबिक छोटे शहरों, कस्बों और ग्रामीण इलाकों में ऐप डाउनलोडिंग में बढ़ोतरी की वजह सस्ते मोबाइल फोन है। साथ ही छोटे शहरो में मोबाइल लिटरेसी को भी एक वजह है। 
  • रिपोर्ट की मानें तो लॉकडाउन के दौर में भारत में गेमिंग और एंटरटेनमेंट ऐप्स की डिमांड बढ़ी है। साथ ही ओटीटी बेस्ड ऐप्स पर कंटेंट की खपत में इजाफा दर्ज किया गया है। इसी दौरान डिजिटल पेमेंट ऐप्स की डाउलोडिंग में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। लॉकडाउन के दौरान ट्रैवल, फूड और ब्रीवरेज ऐप के इस्तेमाल में कमी दर्ज की गई है। 
  • रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय कम स्पेस वाले ऐप्स का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। पिछले साल भारतीयों ने 50 फीसदी ऐप को डाउनलोडिंग के पहले दिन ही अनइंस्टॉल कर दिया है।  

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