फिंगर प्रिंट देने पर ही मिलेगा अब नया नंबर!
अभी तक आप जब नया सिम लेने बाजार जाते थे तो आपसे आपकी फोटोग्राफ, पहचान पत्र आदि लिया जाता था लेकिन यह प्रक्रिया सफल नहीं हुई। नकली पहचान पत्र बनवाकर कोई भी सिमकार्ड खरीदने में सफल हो जाता है। इसीलिए अब कंपनियों ने यह निर्णय लिया है कि नया सिम कार्ड बांटने के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम का प्रयोग किया जाएगा। केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वार
अभी तक आप जब नया सिम लेने बाजार जाते थे तो आपसे आपकी फोटोग्राफ, पहचान पत्र आदि लिया जाता था लेकिन यह प्रक्रिया सफल नहीं हुई। नकली पहचान पत्र बनवाकर कोई भी सिमकार्ड खरीदने में सफल हो जाता है। इसीलिए अब कंपनियों ने यह निर्णय लिया है कि नया सिम कार्ड बांटने के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम का प्रयोग किया जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा यह सुझाव सेल्यूलर कंपनियों को दिया गया है और अगर इसे मान लिया जाता है और आप नई सिम लेना चाहते हैं तो आपको अपनी अंगुलियों के फिंगर प्रिंट देने होंगे।
इकोनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित इस रिपोर्ट के अनुसार सेल्यूलर कंपनियों के बीच एक प्रतिद्वंद्विता है कि कौन ज्यादा संख्या में ग्राहकों को लुभा पाने में सक्षम होगा और आसान प्रक्रिया के तहत जब सिम कार्ड मिल जाता है तो यह प्रतिद्वंदिता और ज्यादा बढ़ जाती है। अब बायोमेट्रिक सिस्टम के तहत सिम कार्ड मिलने से नया सिम खरीदने वालों की संख्या में कमी जरूर आएगी। हालांकि सरकार, नया नंबर प्राप्त करने के लिए अभी तक जिस प्रक्रिया के तहत काम कर रही है उसमें थोड़े बदलाव करने का मन बना चुकी है।
सरकार का कहना है कि ना तो सिम विक्रेता सिम लेने वालों की तहकीकात करने के इच्छुक हैं और ना ही टेलिकॉम कंपनियां उन्हें इसके लिए विवश कर रही हैं। लेकिन गृह मंत्रालय ने यह प्रक्रिया अपनाने के लिए किसी पर जबरदस्ती नहीं की है, उसने कंपनियों और शेयर होल्डरों को इस सुझाव पर अमल करने के लिए स्वतंत्र छोड़ दिया है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने ही यह सुझाव दिया था कि कंपनियां नया नंबर देने के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम का प्रयोग करें। अब यह सुविधा कब और कैसे शुरू की जाती है, की जाती भी है या नहीं यह तो बाद में ही पता चलेगा क्योंकि फिलहाल तो इस बारे में बात करने के लिए कोई सेल्यूलर कंपनी तैयार नहीं है।
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