Vastu Tips for Office: कारोबार में झेल रहे हैं लगातार घाटा, वास्तु के ये ऑफिस टिप्स आपके काम आएंगे
Vastu Office Tips निरंतर मेहनत करने और पैसा खर्च करने के बाद भी आपको आर्थिक हानि का सामना करना पड़ रहा है तो निश्चित ही आपको अपने ऑफिस का वास्तु ठीक करने की आवश्यकता है।
Vastu Office Tips: निरंतर मेहनत करने और पैसा खर्च करने के बाद भी आपको आर्थिक हानि का सामना करना पड़ रहा है तो निश्चित ही आपको अपने ऑफिस का वास्तु ठीक करने की आवश्यकता है। चाहे आप किसी भी व्यापार या व्यवसाय से जुड़े हों, आपके ऑफिस का वास्तु आपकी आर्थिक स्थिति को बहुत प्रभावित करता है। नए ग्राहकों को आकर्षित करना हो, कर्मचारियों से अच्छे से काम करवाना हो या फिर बेहतर व्यापारिक निर्णय लेने हो, इन सभी में एक वास्तु सम्मत ऑफिस बेहद मददगार साबित होता है। तो आइये जानते हैं वास्तुकार संजय कुड़ी से ऑफिस के लिए कुछ महत्वपूर्ण वास्तु टिप्स-
ऑफिस की दिशा:
किसी भी ऑफिस के लिए उत्तर, उत्तर-पूर्व और पूर्व दिशा उत्तम मानी जाती है। उत्तर मुखी ऑफिस नए अवसर, ग्राहक और आर्थिक समृद्धि लाने में सहायक होता है। वही पूर्व मुखी ऑफिस कस्टमर सर्विस से जुड़ी संस्थाओं के लिए लाभकारी होता है।
मुख्य द्वार:
ऑफिस के मुख्य द्वार पर किसी भी प्रकार का अवरोध नहीं होना चाहिए। यह द्वार अंदर की ओर खुलना चाहिए। द्वार पर अनावश्यक रूप से पोस्टर्स या तस्वीरें नहीं लगायें। यह अगर पारदर्शी हो तो बेहतर होगा।
स्वागत कक्ष:
जब भी कोई व्यक्ति किसी ऑफिस में आता है तो उस पर सबसे पहला प्रभाव स्वागत कक्ष का ही पड़़ता है। इस स्थान का निर्माण ऑफिस के पूर्व दिशा की ओर कर सकते हैं। यहां पर कुछ सुन्दर फूल वाले पौधे रखे जा सकते हैं जो कि वहां के वातावरण को जीवंत बनाये रखते हैं।
बैठने की व्यवस्था:
व्यवसाय, कंपनी या संगठन विशेष के प्रमुख के लिए बैठने की व्यवस्था सामान्यतया दक्षिण-पश्चिम दिशा में की जानी चाहिए। पश्चिम दिशा में बैठना भी अच्छे नतीजे प्रदान करता है और यह आपके लाभ में वृद्धि करता है। बैठते वक्त अपना मुंह उत्तर या पूर्व दिशा की ओर रखें| मार्केटिंग से सम्बंधित लोगों को उत्तर-पश्चिम दिशा में बैठाना चाहिए। आपके खुद के, रिसेप्शनिस्ट के या फिर किसी भी कर्मचारी के बैठने की व्यवस्था किसी बीम के नीचे नहीं करें।
साजो सामान और वस्तुएं:
एक सामान्य कैश लॉकर रखने के लिए सबसे अच्छी दिशा उत्तर है जिसका सम्बन्ध कुबेर से होता है। वही कुछ ऐसी मूल्यवान वस्तुएं जिन्हें लम्बे समय तक सुरक्षित रखना है उनके लिए पश्चिम दिशा या पश्चिमी नैऋत्य दिशा एक अच्छा विकल्प है।
अन्य ध्यान में रखने योग्य बातें:
पीने के पानी को उत्तर-पूर्व दिशा में रखें। उत्तर-पूर्व दिशा जिसे ईशान के रूप में जाना जाता है, इसे हमेशा स्वच्छ बनाये रखें। इस दिशा में भारी सामान या फर्नीचर नहीं रखें। ऑफिस में किये जाने वाले कलर बहुत अधिक गहरे ना रखें। सफ़ेद, क्रीम या ऑफ-वाइट कलर कुछ अच्छे विकल्प है जिन्हें किसी भी दिशा में किया जा सकता है।