शनि हो गए अस्त, ढैय्या व साढ़े साती वाले हो जायें सतर्क, करें ये उपाय
9 ग्रहों में से प्रमुख दंडाधिकारी ग्रह शनि अपने ही गुरू पुष्य योग में अस्त हो रहे हैं। जिन राशियों पर शनि की साढ़े साती है उन्हें विशेष रूप से सर्तक रहना होगा।
क्यों होते हैं ग्रह अस्त
पंडित दीपक पांडे और पंडित विजय त्रिपाठी के अनुसार किसी भी ग्रह के अस्त होने का अर्थ है कि वो सूर्य के नजदीक पहुंच गया है। सूर्य के नजदीक पहुंच कर 9 डिग्री से कम ग्रह अस्त हो जाते हैं। विभिन्न ग्रहों की विभिन्न डिग्रियां होती हैं।
शनि के अस्त होने का अर्थ
हालाकि तिथि को ल्रकर पंडितों में थोड़ी मत विभिन्नता है जहां पंडित विजय त्रिपाठी 5 दिसंबर मंगलवार की रात्रि में शनि के अस्त होने की बात कह रहे हैं वहीं पंडित दीपक पांडे के अनुसार ये तिथि 7 जनवरी को है, परंतु उदय होने की तिथि पर सभी एक मत हैं कि ये 7 जनवरी 2018 की दोपहर है। पंडितों के अनुसार धनु राशि में बैठे शनि डूब गए हैं।
इन राशियों पर होगा प्रभाव
इस समय तीन राशियों पर शनि की साढ़े साती चल रही है। ये राशियां हैं वृश्चिक, धनु और मकर ऐसे में पंडित दीपक पांडे के अनुसार जहां इन राशियों पर सकारात्मक असर होगा क्योंकि शनि शांत रहेंगे। वहीं पंडित विजय त्रिपाठी के अनुसार समस्या हो सकती है क्योंकि साढ़े साती और ढैय्या से ग्रस्त लोगों पर झूठे दोषारोपण हो सकते हैं और जोड़ों में दर्द और इसके चलते आर्थिक हानि हो सकती हैं। दूसरी ओर कन्या और वृषभ राशि वालों के लिए स्थिति अत्यंत शुभ है। उनके सम्मान में वृद्धि होगी, आर्थिक हानि से बचेंगे, शुभ समाचार मिल सकता है और फंसा पैसा भी वापस आ कता है।