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Vaishakh Amavasya 2024: कब है वैशाख अमावस्या ? यहां जानिए स्नान-दान का शुभ समय

वैशाख माह की अमावस्या का विशेष महत्व है। इस दिन पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाना पितृ तर्पण पिंड दान हवन और ब्राह्मणों को भोजन कराने जैसे धार्मिक कार्य शुभ माने गए हैं। ज्योतिष के अनुसार यह समय बहुत शक्तिशाली होता है क्योंकि यह चंद्रमा को समर्पित है और इस दिन चंद्रमा अपने अस्त काल में होता है आइए इस दिन से जुड़ी कुछ बातों को जानते हैं -

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Published: Fri, 26 Apr 2024 10:47 AM (IST)Updated: Fri, 26 Apr 2024 10:47 AM (IST)
Vaishakh Amavasya 2024: वैशाख अमावस्या, 2024 स्नान-दान का समय

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Vaishakh Amavasya 2024: वैशाख माह की शुरुआत हो चुकी है। इस माह में आने वाली अमावस्या बहुत महत्वपूर्ण मानी गई है। इस दिन पितरों की पूजा होती है। अमावस्या हर महीने आती है। इस दिन विवाह, सगाई, मुंडन और गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। हालांकि इस तिथि में पवित्र गंगा नदी में पवित्र स्नान, पितृ तर्पण, पितृ पूजा, पिंड दान, हवन और ब्राह्मणों को भोजन कराने जैसे धार्मिक कार्य शुभ माने गए हैं।

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ज्योतिष के अनुसार, यह समय बहुत शक्तिशाली होता है, क्योंकि यह चंद्रमा को समर्पित है और इस दिन चंद्रमा अपने अस्त काल में होता है। और यह तिथि उन लोगों के लिए अशुभ मानी जाती है, जिनकी जन्म कुंडली में चंद्रमा की स्थिति खराब होती है, जब यह दिन इतना करीब है, तो आइए इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों को जानते हैं -

कब है वैशाख अमावस्या 2024 ?

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 07 मई, 2024 दिन मंगलवार को सुबह 11 बजकर 40 पर शुरू होगी। वहीं, इसका समापन अगले दिन 08 मई बुधवार सुबह 08 बजकर 51 मिनट पर होगा। उदयातिथि को देखते हुए वैशाख अमावस्या 8 मई बुधवार को होगी और दर्श अमावस्या 7 मई को है।

वैशाख अमावस्या, 2024 स्नान-दान का समय

वैशाख अमावस्या पर स्नान और दान का बड़ा महत्व है। इस दिन दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही पापों का नाश होता है। ऐसा कहा जाता है कि ब्रह्म मुहूर्त का स्नान सबसे उत्तम होता है। ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 04 बजकर 10 मिनट से 04 बजकर 52 मिनट तक रहेगा। इसके बाद लाभ-उन्नति मुहूर्त प्रातः 05 बजकर 35 मिनट से 07 बजकर 15 मिनट तक रहेगा। फिर अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त प्रातः 07 बजकर 15 मिनट से 08 बजकर 56 मिनट तक रहेगा।

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डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।


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