Teej 2021 Fasting Rules: हरियाली तीज के हैं कठिन नियम, व्रती को ध्यान रखनी चाहिए ये बातें
Teej 2021 Fasting Rules आज हरियाली तीज का पावन व्रत है। आज उत्तर भारत में इस दिन महिलाएं अपने सुखी वैवाहिक जीवन और अखंड सौभाग्य के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। आइए जानते हैं हरियाली तीज व्रत के नियमों के बारे में।
Teej 2021 Fasting Rules: आज हरियाली तीज का पावन व्रत है। आज उत्तर भारत में इस दिन महिलाएं अपने सुखी वैवाहिक जीवन और अखंड सौभाग्य के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। पूजा के समय तीज माता यानी माता पार्वती की पूजा करती हैं। उनके साथ भगवान शिव और गणेश जी की भी आराधना की जाती है। जिन युवतियों का विवाह तय हो गया है या जिनका विवाह होना है, वे भी हरियाली तीज का व्रत रखती है ताकि उनको भी माता पार्वती की तरह मनोवांछित वर की प्राप्ति हो। हरियाली तीज व्रज कठिन व्रतों में से एक है। माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रुप में पाने के लिए 107 जन्मों तक कठोर तपस्या की थी, फिर 108वें जन्म में भगवान शिव उन पर प्रसन्न हुए और फिर दोनों का विवाह हुआ। माता पार्वती के कठोर तप को देखते हुए यह व्रत बड़ा कठिन माना जाता है। आइए जानते हैं हरियाली तीज व्रत के नियमों के बारे में।
1. जो महिलाएं या युवतियां व्रत रहेंगी, उनको निर्जला व्रत रखना होता है। इस व्रत में पानी नहीं पीना है, हालांकि गर्भवती और बीमार लोगों पर यह लागू नहीं होता है।
2. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, व्रत के समय आपको सोने से बचना चाहिए। नीद न आए इसके लिए रात्रि जागरण तथा भजन-कीर्तन किया जाता है।
3. व्रत में व्यक्ति को मन, वचन और कर्म से भी शुद्ध होना चाहिए। विशेषकर अपने पति के साथ। मन में कोई दुर्भावना न रखें, गलत न सोचें।
4. माता पार्वती को प्रकृति माना जाता है। इस वजह से जो लोग यह व्रत रहे हैं उनको किसी भी प्रकार से पेड़—पौधों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। सावन में बारिश के कारण हर ओर हरियाली छायी रहती है, इसलिए इस तीज व्रत के साथ हरियाली शब्द जुड़ा है।
5. व्रत रखने वाले को हरे रंग का प्रयोग करना होता है। हरे रंग की साड़ी, हरे रंग की चूड़ियां आदि का प्रयोग होता है।
6. हरे रंग को लंबी आयु, खुशहाली और तरक्की का प्रतीक माना जाता है, इसलिए हरी वस्तुओं का इस व्रत में ज्यादा उपयोग होता है। इसके अलावा लाल रंग का भी प्रयोग होता है। इसे भी सुहाग की निशानी माना जाता है।
7. परिवार के किसी भी सदस्य या अन्य किसी का अपमान या तिरस्कार न करें।
8. पूजा के समय हरियाली तीज व्रत की कथा अवश्य सुनें। माता पार्वती, भगवान शिव और गणेश जी आरती करें।
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