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Shukrawaar ke Upay: शुक्रवार को करें ये उपाय, दरिद्रता और गरीबी से प्राप्त होती है मुक्ति

Shukrawaar ke Upay गुरु या बृहस्पति ग्रह के बाद अगर कोई ग्रह सुख-समृद्धि या ऐश्वर्य देने वाला माना गया है तो वह है शुक्र। यह शुक्रवार का ग्रह कहा जाता है। इनकी वृषभ और तुला दो राशियां हैं। शुक्रवार की प्रकृति मृदु मानी गई है।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Fri, 09 Apr 2021 10:45 AM (IST)Updated: Fri, 09 Apr 2021 02:30 PM (IST)
Shukrawaar ke Upay: शुक्रवार को करें ये उपाय, दरिद्रता और गरीबी से प्राप्त होती है मुक्ति
Shukrawaar ke Upay: शुक्रवार को करें ये उपाय, दरिद्रता और गरीबी से प्राप्त होती है मुक्ति

Shukrawaar ke Upay: गुरु या बृहस्पति ग्रह के बाद अगर कोई ग्रह सुख-समृद्धि या ऐश्वर्य देने वाला माना गया है तो वह है शुक्र। यह शुक्रवार का ग्रह कहा जाता है। इनकी वृषभ और तुला दो राशियां हैं। शुक्रवार की प्रकृति मृदु मानी गई है। जहां यह दिन काली माता का भी माना गया है वहीं, लक्ष्मी माता की अराधना भी इस दिन की जाती है। मान्यता है कि अगर इस दिन कुछ कार्य किए जाएं तो व्यक्ति को मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही दरिद्रता और गरीबी से मुक्ति मिलती है। तो आइए जानते हैं ये 5 उपाय।

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1. शनि अगर मंदा या नीच हो तो व्यक्ति पर शुक्र का बुरा असर पड़ता है। ऐसे में व्यक्ति को शुक्रवार का व्रत करना चाहिए। यह व्रत तब भी करना चाहिए जब मंगल और शुक्र की युति हो, शुक्र अगर कन्या राशि में, 6वें घर में या 8वें घर या भाव में हो। इससे व्यक्ति की समस्याएं दूर हो जाती हैं।

2. इस दिन खट्टा नहीं खाना चाहिए। मान्यता है इस दिन खट्टा खाने से व्यक्ति के जीवन में आकस्मिक समस्याएं आती हैं। ऐसे में इस दिन खट्टा खाने से बचना चाहिए।

3. यह दिन मां लक्ष्मी और मां कालिका का होता है। इस दिन घर की और खुद की साफ-सफाई का खास ध्यान देना चाहिए।

4. इस दिन जहां मां लक्ष्मी के पूजन से व्यक्ति के जीवन से दरिद्रता और गरीबी से मुक्ति प्राप्त होती है। वहीं, मां काली की पूजा से संकटों से मुक्ति प्राप्त होती है। इस दिन लक्ष्मी जी की उपासना करनी चाहिए और खीर बनाएं। उसे खुद भी ग्रहण करें और 5 कन्याओं को भी दें।

5. रात को सोते समय फिटकरी का कुल्ला कर सोना चाहिए। इससे शुक्र के दोष दूर होकर धनलाभ होता है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। ' 


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