13 अक्टूबर से अस्त हो गए शुक्र अब इस दिन को छोड़ कर 31 तक नहीं होंगे शुभ कार्य
13 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2018 तक के लिए शुक्र अस्त हो गए हैं अर्थात कोर्इ शुभ कार्य इस दौरान नही किया जा सकता। एेसे में पंडित दीपक पांडे ने बताया कि विजयदशमी इस प्रभाव से मुक्त है।
शुक्र अस्त का प्रभाव
अक्टूबर मास की 13 तारीख की रात्रि को शुक्र पश्चिम दिाा में अस्त हो गए हैं। जब शुक्र आैर गुरू ग्रह अस्त हो जाते हैं तो कोर्इ भी मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। इसलिए इस अवधि के दौरान सगार्इ, शादी, गोद भरार्इ आैर मुंडन आदि संस्कार नहीं किए जाते। ये स्थिती 31 अक्टूबर 2018 तक रहेगी। इसके पश्चात शुक्र पूर्व दिशा से उदित होंगे आैर शुभ कार्य पुन प्रारंभ हो सकेंगे। इस दौरान शुभ मुहूर्तों का पूर्णत आभाव रहेगा।
विजयादशमी होगी अपवाद
यदि कोर्इ अनिवार्य रूप से किसी मांगलिक कार्य को करना चाहता है तो इस समय केवल एक ही मुहूर्त है जब ये काम किए जा सकते हैं। ये मुहूर्त अबूझ मुहूर्त कहलाते हैं। एेसी ही एक तिथि है विजयादशमी की। इसे दशहरा भी कहते हैं। अगर किसी कारण से सगार्इ आैर ग्रह प्रवेश किसी भी प्रकार का शुभ कार्य करना जरूरी है तो आप निश्चिंत मन से 19 अक्टूबर 2018 को ये काम कर सकते हैं। इस वर्ष इसी तारीख को दशहरें का पर्व मनाया जा रहा है।
करवाचौथ पर रखें ध्यान
इसी अवधि के दौरान सौभाग्यवती स्त्रियों का प्रमुख व्रत करवा चौथ भी पड़ रहा है। ये व्रत 27 अक्टूबर 2018 को रखा जायेगा। जो स्त्रियां इस व्रत को प्रथम बार रखने जा रही हैं उन्हें विशेष ध्यान रखना होगा। हालांकि शुक्र अस्त होने के कारण करवाचौथ का वत रोका या छोड़ा नहीं जायेगा पर इस दौरान शुक्र का दान करना अनिवार्य है। इसके बाद सभी स्त्रिया भयमुक्त हो कर इस व्रत को करें।