इन चार राशियों पर शनि की साढ़े साती और ढैय्या, बुरे प्रभाव को कम करने के लिए अपनाएं ये उपाय
Shani Sade Sati And Dhaiya Ke Upay शनि के राशि परिवर्तन करने से कुछ राशियों की साढ़े साती और ढैय्या शुरू हो गई है। ऐसे में इन राशियों को शारीरिक मानसिक और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जानिए शनि के दुष्प्रभाव को कम करने का तरीका।
नई दिल्ली, Shani Sade Sati And Dhaiya Ke Upay: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब शनि किसी एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो वहां पर पूरे ढाई साल विराजमान रहता है। ऐसे में कई राशियों को साढ़े साती और ढैय़्या से मुक्ति मिलती हैं, तो कई लोग इसके शिकार होते हैं। इसी तरह 29 अप्रैल 2022 में शनि ने कुंभ राशि में प्रवेश किया है। ऐसे में कई राशियों की साढ़े साती और ढैय्या शुरू हो गई है। बता दें कि शनि ग्रह के गोचर से मीन राशि पर साढ़ेसाती आरंभ हो गई है। इसके साथ ही कुंभ राशि पर साढ़े साती का दूसरा चरण आरंभ होगा इससे इस राशि के लोगों को धन लाभ मिलने के आसार है। वहीं मकर राशि पर साढ़े साती का अंतिम चरण आरंभ हो गया है। वहीं कर्क राशि और वृश्चिक राशि पर ढैय्या का आरंभ हो गई है। जानिए शनि की साढ़े साती और ढैय्या से राहत पाने के लिए कौन से उपाय करना होगा शुभ।
इन चार राशियों पर शुरू हुई शनि की साढ़े साती और ढैय्या, करना पड़ेगा कई मुश्किलों का सामना
न्याय के देवता कहे जाने वाले शनिदेव की कृपा पाने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं। शनि की साढ़े साती और ढैय्या से मिलने वाले कष्टों से छुटकारा पाने के लिए शनिवार का दिन काफी शुभ माना जाता है। माना जाता है कि साढ़े साती व्यक्ति के जीवन में कम से क एक बार या फिर इससे अधिक बार जरूर आती है।
शनि साढ़े साती और ढैय्या से राहत पाने के उपाय
- शनिवार के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद पीपल को जल अर्पित करें। इसके साथ ही 7 बार परिक्रमा कर लें। वहीं शाम के समय सरसों का दीपक जलाएं।
- शनि साढ़े साती से छुटकारा पाने के लिए काले घोड़े की नाल या फिर नाव की कील की बनी अंगूठी बनवाकर दाएं हाथ की मध्यमा उंगली में शनिवार के दिन सूर्यास्त के समय धारण कर लें। इससे आपको लाभ मिलेगा।
- शनिवार के दिन शनिदेव को सरसों का तेल अर्पित करें। इसके साथ ही सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
- शनिदेव की पूजा करते समय नीले रंग के फूल अर्पित करें। इसके साथ ही रुद्राक्ष की माला से ऊँ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए। इससे साढ़े साती और ढैय्या से राहत मिलती है।
- शनिवार के दिन हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा करने से भी शनि दोषों से मुक्ति पाई जा सकती है।
- शनिवार के दिन आटा, शक्कर, काले तिल को मिलाकर चींटियों को खिलाएं। इससे भी लाभ मिलेगा।
- शनिवार के दिन काले कपड़े, काले तिल, कंबल, लोहे के बर्तन आदि का दान करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से भी शनिदेव प्रसन्न हो जाते हैं।
Pic Credit- Instagram/shreeshanidham
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