Move to Jagran APP

Shani Jayanti 2021 Date: आज है शनि जयंती, जानें पूजा मुहूर्त एवं महत्व

Shani Jayanti 2021 Date हिन्दी पंचांग के अनुसार प्रति वर्ष ज्येष्ठ अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है। शनि जयंती को शनि अमावस्या के नाम से भी जानते हैं। धार्मिक मान्यता है कि ज्येष्ठ अमावस्या के दिन न्याय के देवता शनि देव का जन्म हुआ था।

By Kartikey TiwariEdited By: Published: Sun, 30 May 2021 09:30 AM (IST)Updated: Thu, 10 Jun 2021 07:19 AM (IST)
Shani Jayanti 2021 Date: आज है शनि जयंती, जानें पूजा मुहूर्त एवं महत्व
Shani Jayanti 2021 Date: आज है शनि जयंती? जानें पूजा मुहूर्त एवं महत्व

Shani Jayanti 2021 Date: हिन्दी पंचांग के अनुसार, प्रति वर्ष ज्येष्ठ अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है। इस साल शनि जयंती आज 10 जून को मनाई जाएगी। शनि जयंती को शनि अमावस्या के नाम से भी जानते हैं। धार्मिक मान्यता है कि ज्येष्ठ अमावस्या के दिन न्याय के देवता शनि देव का जन्म हुआ था। मान्यता के अनुसार, शनि देव भगवान सूर्य और माता छाया के पुत्र हैं। शनि दोष की शांति के उपाय के लिए ज्येष्ठ अमावस्या का दिन बेहद ही शुभ दिन होता है। इसीलिए इस दिन शनि महाराज की विधिपूर्वक पूजा की जाती है।

loksabha election banner

शनि जयंती 2021 मुहूर्त

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, ज्येष्ठ अमावस्या तिथि का प्रारम्भ 09 जून 2021 दिन बुधवार को दोपहर 01 बजकर 57 मिनट पर हो रहा है। इसका समापन 10 जून 2021 दिन गुरुवार को शाम 04 बजकर 22 मिनट पर हो रहा है। उदया ति​थि 10 जून को प्राप्त हो रही है, ऐसे में शनि जयंती या शनि देव का जन्मोत्सव 10 जून को मनाया जाएगा।

शनि जयंती का महत्व

शनि अमावस्या या शनि जयंती के दिन शनि देव की पूजा करने से लोगों पर शनि की बुरी दृष्टि नहीं पड़ती है। जो लोग शनि की ढैय्या या साढेसाती से पीड़ित होते हैं, उनको आज के दिन पूजा से राहत मिलती है। शनि देव को कर्म फलदाता कहा जाता है। वे लोगों को उनके कर्मों के अनुसार फल देने के लिए जाने जाते हैं। शनि जयंती को शनि देव की पूजा से कुंडली के शनि दोष, ढैय्या, साढ़ेसाती आदि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है। 

शनि जयंती पर सूर्य ग्रहण

इस बार शनि जयंती पर साल का पहला सूर्यग्रहण भी लग रहा है। ज्योतिष में पिता सूर्य और पुत्र शनि आपस में शत्रु माने जाते हैं। ज्योतिष के अनुसार, शनि देव की जन्म तिथि अमावस्या पर सूर्य ग्रहण होना अशुभ फल देने वाला माना जाता है। इस ग्रहण का असर भारत के लोगों पर तो नहीं पड़ेगा, लेकिन इससे प्राकृतिक आपदाएं और दुर्घटनाएं होने की आशंका है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.