Aaj Ka Panchang: पढ़ें 26 दिसंबर 2020 का पंचांग, अखंड द्वादशी आज, जानें मुहूर्त, राहुकाल एवं दिशाशूल
Aaj Ka Panchang हिन्दी पंचांग के अनुसार आज मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। आज 26 दिसंबर दिन शनिवार है। आज अखंड द्वादशी है। आज के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। वे समस्त कष्टों को दूर करने वाले तथा सुख समृद्धि के दाता हैं।
Aaj Ka Panchang: हिन्दी पंचांग के अनुसार, आज मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। आज 26 दिसंबर दिन शनिवार है। आज अखंड द्वादशी है। आज के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। वे समस्त कष्टों को दूर करने वाले तथा सुख समृद्धि के दाता हैं। इस दिन पितरों के लिए तर्पण किया जाता है। अखंड द्वादशी की पूजा तथा व्रत से व्यक्ति को मृत्यु के बाद श्रीहरि के चरणों में स्थान प्राप्त होता है। आज के दिन त्रिपुष्कर योग बन रहा है, जो पूर दिन रहेगा। आज के पंचांग में राहुकाल, शुभ मुहूर्त, दिशाशूल के अलावा सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।
आज का पंचांग
दिन: शनिवार, मार्गशीर्ष मास, शुक्ल पक्ष, द्वादशी तिथि।
आज का दिशाशूल: पूर्व।
आज का राहुकाल: प्रात: 09:00 बजे से 10:30 बजे तक।
आज का पर्व एवं त्योहार: अखण्ड द्वादशी।
विक्रम संवत 2077 शके 1942 दक्षिणायन, दक्षिणगोल, हेमंत ऋतु मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष की द्वादशी 28 घंटे 19 मिनट तक, तत्पश्चात् त्रयोदशी भरणी नक्षत्र 10 घंटे 35 मिनट तक, तत्पश्चात् कृतिका नक्षत्र सिद्ध योग 15 घंटे 24 मिनट तक, तत्पश्चात् साध्य योग मेष में चंद्रमा 17 घंटे 18 मिनट तक तत्पश्चात् वृष में।
सूर्योदय और सूर्यास्त
आज के दिन सूर्योदय प्रात:काल 07 बजकर 12 मिनट पर होगा, वहीं सूर्यास्त शाम को 05 बजकर 32 मिनट पर होगा।
चंद्रोदय और चंद्रास्त
आज के दिन चंद्रोदय दोपहर 02 बजकर 48 मिनट पर होगा। चंद्र का अस्त अगले दिन 27 दिसंबर को तड़के 04 बजकर 31 मिनट पर होगा।
आज का शुभ समय
अभिजित मुहूर्त: आज दोपहर 12 बजकर 01 मिनट से दोपहर 12 बजकर 43 मिनट तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 05 मिनट से दोपहर 02 बजकर 47 मिनट तक।
अमृत काल: आज ऐसा मुहूर्त नहीं है।
त्रिपुष्कर योग: आज दिन में 10 बजकर 36 मिनट से 27 दिसंबर को प्रात: 04 बजकर 18 मिनट तक।
आज मार्गशीर्ष शुक्ल द्वादशी है। आज शनिवार के दिन आपको हनुमान जी तथा शनि देव की पूजा करनी चाहिए। आज के दिन आपको हनुमान चालीसा, बजरंग बाण और सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। शनि देव को प्रसन्न करने के लिए सरसों का तेल अर्पित कर सकते हैं। आज आप कोई नया कार्य करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।