Aaj Ka Panchang: जानिए 21 दिसंबर 2021 का पंचाग, शुभ मुहूर्त, राहुकाल एवं दिशाशूल
Aaj Ka Panchang हिन्दी पंचांग के अनुसार आज पौष माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। आज 21 दिसंबर मंगलवार का दिन है। आज के पंचांग में शुभ मुहूर्त राहुकाल दिशाशूल के अलावा सूर्योदय सूर्यास्त चंद्रोदय चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।
Aaj Ka Panchang: हिन्दी पंचांग के अनुसार आज पौष माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। आज 21 दिसंबर, मंगलवार का दिन है। मंगलवार का दिन विशेष रूप से हनुमान जी के पूजन को समर्पित होता है। मान्यता है कि इस दिन संकटमोचक हनुमान जी के पूजन से न केवल जीवन की बाधाओं और संकटों का नाश होता है बल्कि मंगल ग्रह के दोष भी समाप्त होते हैं। हनुमान जी को मंगल ग्रह का कारक देवता माना जाता है। मान्यता है कि मंगलवार के दिन हनुमान जी का पूजन करने और हनुमान चालीसा या बजरंग बाण का पाठ करने से मंगल दोष समाप्त हो जाता है। इसके साथ ही आज के पंचांग में शुभ मुहूर्त, राहुकाल, दिशाशूल के अलावा सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रोदय, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।
आज का पंचांगः
आज 21 दिसंबर 2021 का पंचांग
आज का दिशाशूल: उत्तर।
विक्रम संवत 2078 शके 1943 दक्षिणायन, दक्षिणगोल, हेमंत ऋतु पौष मास कृष्ण पक्ष की द्वितीया 14 घंटे 54 मिनट तक, तत्पश्चात् तृतीया पुनर्वसु नक्षत्र 22 घंटे 25 मिनट तक, तत्पश्चात् पुष्य नक्षत्र ब्रह्म योग 11 घंटे 37 मिनट तक, तत्पश्चात् ऐन्द्र योग मिथुन में चंद्रमा 15 घंटे 47 मिनट तक तत्पश्चात् कर्क में।
सूर्योदय और सूर्यास्त
आज के दिन सूर्योदय प्रात:काल 07 बज कर 10 मिनट पर होगा , वहीं सूर्यास्त शाम को 05 बजकर 29 मिनट पर होगा।
चंद्रोदय और चंद्रास्त
चंद्रोदय आज शाम 07 बजकर 15 मिनट पर होना है। चंद्र के अस्त का समय अगले दिन सुबह 08 बजकर 55 मिनट है।
आज का शुभ समय
ब्रह्म मुहूर्तः प्रातः 05 बजकर 20 मिनट से 06 बजकर 15 मिनट तक रहेगा।
अभिजित मुहूर्त: दोपहर 11 बजकर 59 नट से दोपहर 12 बजकर 40 मिनट तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 02 मिनट से दोपहर 02 बजकर 44 मिनट तक।
अमृत काल: आज शाम को 07 बजकर 45 मिनट से शाम को 09 बजकर 32 मिनट तक।
21 दिसंबर पौष माह कृष्ण पक्ष का दूसरा दिन है। पौष माह में भगवान विष्णु और भगवान सूर्य के पूजन विधान है। इसके साथ ही इस समय खरमास चल रहा है। खरमास में कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। इस काल में सूर्य आराधाना का विशेष फल मिलता है। खरमास में नियमित रूप से प्रातःकाल भगवान सूर्य को जल का अर्घ्य प्रदान करना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में सकरात्मकता आती है तथा आरोग्य की प्राप्ति होती है।