गुरुवार के दिन बाल धोने के अलावा बिल्कुल भी न करें ये काम, पति और संतान के जीवन पर पड़ेगा बुरा असर
अगर व्यक्ति आपकी आर्थिक स्थिति सही रखने के साथ खुशहाली चाहता है तो गुरुवार के दिन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए ये काम। इन्हें करने से घर के सदस्यों पर बुरा असर पड़ता है। जानिए गुरुवार के दिन कौन से काम करने की है मनाही।
नई दिल्ली, Thursday Upay: हिंदू धर्म में हर एक दिन का अलग-अलग महत्व है। हर वार को अलग-अलग देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। इसी तरह गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की पूजा की जाती है। इसके साथ ही ये दिन गुरु बृहस्पति ग्रह से भी संबंधित होता है इसलिए इस दिन कुछ काम करना शुभ माना जाता है और कुछ काम करने की मनाही होती है, जिससे कि कुंडली में बृहस्पति ग्रह कमजोर स्थिति में न आए।
भारत में प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, गुरुवार के दिन महिलाओं को बाल धोने की मनाही होती है। इसके अलावा इस दिन कपड़े धोना, पोंछा लगाना, शेविंग करना , बाल काटना आदि की मनाही होती है। इसके पीछे ज्योतिष संबंधी कारण भी है। जानिए।
महिलाओं क्यों न धोएं गुरुवार के दिन बाल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरुवार के दिन महिलाओं को अपने बाल नहीं धोना चाहिए। क्योंकि महिलाओं की जन्म कुंडली में बृहस्पति पति और संतान का कारक होता है। इस आधार पर बृहस्पति ग्रह संतान के साथ-साथ पति के जीवन को भी प्रभावित कर सकता है। इसलिए गुरुवार को बाल दोनों की मनाही है क्योंकि इससे बृहस्पति ग्रह कमजोर होता है, जिससे अशुभ प्रभाव पड़ना शुरू हो जाता है।
गुरुवार को इन कामों को भी करने की हैं मनाही
बाल काटना
गुरुवार के दिन बाल काटने की भी मनाही होती है। क्योंकि इसके असर से बृहस्पति ग्रह कमजोर होता है।
घर में पोंछा लगाना
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बृहस्पतिवार के दिन घर में पोंछा नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि इससे उस घर में रहने वाले लोगों की कुंडली में बृहस्पति ग्रह कमजोर हो जाता है। इसके अलावा घर के ईशान कोण का स्वामी बृहस्पति ही है। ऐसे में यह कोण भी काफी कमजोर हो जाता है जो देवी-देवताओं से भी संबंधित है। इससे घर के बच्चों, पति के साथ-साथ आर्थिक स्थिति पर भी बुरा असर पड़ता है।
शेविंग करना
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जन्म कुंडली में दूसरा और ग्यारहवां भाव धन का स्थान होते हैं और यह दोनों की भाव के स्वामी बृहस्पति है। इसलिए गुरुवार के दिन शेविंग करने की मनाही है। क्योंकि इससे बृहस्पति कमजोर होता है। जो धन हानि का कारण बनता है।
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