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Motivational Story In Hindi: बेहद मुश्किल है तोड़ना लेकिन आसान है जोड़ना, पढ़ें यह प्रेरक कहानी

Motivational Story In Hindi एक बार एक डाकू था। इस डाकू का नाम अंगुलिमाल था। वह उन लोगों को मारकर उनकी उंगलियों की माला बनाता था जो उसके इलाके से गुजरता था। उसने कसम खाई कि वो 100 लोगों की उंगलियां पहनेगा।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Sun, 11 Oct 2020 10:00 AM (IST)Updated: Sun, 11 Oct 2020 04:10 PM (IST)
Motivational Story In Hindi: बेहद मुश्किल है तोड़ना लेकिन आसान है जोड़ना, पढ़ें यह प्रेरक कहानी
Motivational Story In Hindi: बेहद मुश्किल है तोड़ना लेकिन आसान है जोड़ना, पढ़ें यह प्रेरक कहानी

Motivational Story In Hindi: एक बार एक डाकू था। इस डाकू का नाम अंगुलिमाल था। वह उन लोगों को मारकर उनकी उंगलियों की माला बनाता था जो उसके इलाके से गुजरता था। उसने कसम खाई कि वो 100 लोगों की उंगलियां पहनेगा। अब तक उसके पास 99 लोगों की उंगलियां पूरी हो चुकी थी। एक बार गौतम बुद्ध उनके रास्ते से गुजरे।

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गौतम बुद्ध उसके रास्ते से गुजरते थे। अंगुलिमाल ने गौतम बुद्ध को आते देखा। उसने सोचा कि वह अपनी कसम पूरी करेगा और सौवां मारेगा। लेकिन जब उसने गौतम बुद्ध को देखा और उनका सुंदर चेहरा देख उसने कहा कि रे श्रमण, क्या तुझे जान की परवाह नहीं है। यह मेरा इलाका है।अगर तुम यहां से नहीं गए तो मैं तुम्हें मार डालूंगा। लेकिन तुम्हारे पास कोई हथियार नहीं है इसलिए मेरा विचार बदल गया है। मैं फिर किसी दिन 100 पूरे कर लूंगा।

गौतम बुद्ध बोले कि हम तो रास्ते पर है। तुम्हें अपनी कसम पूरी करनी है तो तुम सोचो। बुद्ध की इस बात पर अंगुलीमाल बेहद परेशान हो गया। बुद्ध ने डाकू से पूछा कि क्या इस तलवार से तुम इस वृक्ष की डाल को काट सकते हो। तब डाकू ने कहा कि यह कोई बड़ी बात नहीं है। अंगुलीमान से वृक्ष की डाल एक ही झटके में काट दी। इस पर बुद्ध बोले, क्या तुम अब इसे दोबारा जोड़ सकते हो। यह सुनकर डाकू ने कहा कि यह नामुमकिन है।

तब बु‍द्ध ने कहा, अंगुलीमाल! किसी भी चीज को काटना आसान है। लेकिन उसे जोड़ना मुश्किल है। हम जोड़ने का काम करते हैं, काटने का नहीं। जो काम तुम करते हो वो तो कोई बच्चा भी कर सकता है। गौतम बुद्ध की बातों का असर डाकू पर पड़ा। इसके बाद उसने अपनी तलवार व हथियार फेंक दिए। आ भिक्षु! कह बुद्ध ने उसे दीक्षा दी।

सीख: इससे यह सीख मिलती है कि हिंसा तो आसान है लेकिन किसी को अपना बनाना आसान नहीं होता है। ऐसे ही किसी को तोड़ना आसान है लेकिन उसे बनाना उतना ही मुश्किल है।  


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