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Motivational Story In Hindi: खुशी से करें हर मुश्किल का सामना, बेहद प्रेरक है फांसी की सजा की यह कहानी

Motivational Story In Hindi हमें हमारी जिंदगी का हर लम्हा खुशी से गुजारना चाहिए। जिंदगी में कई बार मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस तरह का समय व्यक्ति को परेशान कर देता है। ऐसे में हम जिंदगी जीना ही छोड़ देते हैं।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Fri, 02 Oct 2020 10:00 AM (IST)Updated: Fri, 02 Oct 2020 10:00 AM (IST)
Motivational Story In Hindi: खुशी से करें हर मुश्किल का सामना, बेहद प्रेरक है फांसी की सजा की यह कहानी
खुशी से करें हर मुश्किल का सामना, बेहद प्रेरक है फांसी की सजा की यह कहानी

Motivational Story In Hindi: काफी समय पहले की बात हैं। यूनान के सम्राट अपने वजीर से किसी बात पर नाराज हो गए थे। वो इतने नाराज हो गए थे उन्होंने वजीर के लिए फांसी की सजा का एलान कर दिया था। उसकी फांसी का समय शाम 6 बजे निर्धारित किया गया। जब वजीर को फांसी की सजा दी जा रही थी तब वो दरबार में उपस्थित नहीं था। सम्राट ने अपने सैनिकों को आदेश दिया था कि वो वजीर को बता दें कि शाम 6 बजे उसे फांसी पर लटका दिया जाएगा।

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सम्राट का आदेश मानकर सैनिकों का एक हिस्सा वजीर के घर पहुंच गया। वजीर के घर को चारों ओर से घेर लिया गया। जब सैनिक उसके घर के अंदर गए तो उन्होंने देखा कि वजीर के घर में जश्न का माहौल है। दरअसल, उस दिन वजीर का जन्मदिन था। वजीर के घर पर में उसके रिश्तेदारों और दोस्तों की चहल-पहल थी। सभी लोग बेहद खुश थे। सैनिकों ने भरी महफिल में वजीर की फांसी का एलान कर दिया। साथ ही यह भी बताया कि उसकी फांसी का समय शाम 6 बजे निर्धारित किया गया है। यह सुनकर सभी हैरान रह गया। सभी लोग यह सुनकर उदास हो गए।

इसी बीच वजीर ने कहा कि यह तो अच्छा है कि उसकी फांसी का समय शाम 6 बजे मुकरर की गई है। तब तक जश्न मनाया जा सकता है। यह सुनकर सभी ने कहा कि कैसी बात कर रहे हो? फांसी की सजा सुनाई गई है तुम्हें। इस पर जश्न कैसे मनाया जा सकता है। लेकिन वजीन ने सभी को समझाया और जश्न फिर से मनाने लगा। उसके दोस्त उदास थे लेकिन वजीर की खुशी के लिए वो सभी जश्न मनाने को तैयार हो गए। जब यह खबर सम्राट तक पहुंची तो वह पूरा माजरा जानने के लिए वजीर के घर पहुंचा। वहां का नजारा देख वह दंग रह गया। उसने वजीर से कहा कि तुम क्या पागल हो गए हो। तुम्हें शाम 6 बजे फांसी पर लटका दिया जाएगा और तुम जश्न मना रहे हो।

वजीर ने बड़ी ही तहजीब से कहा कि हुजूर बहुत-बहुत शुक्रिया कि आपने शाम 6 बजे फांसी का समय मुकरर किया। मुझे जश्न मनाने के लिए शाम 6 बजे तक का समय मिल गया। फांसी पर लटकने के पहले मेरे पास शाम तक का समय है। इस समय को मैं बर्बाद कैसे करूं। मैं इस समय को खुशी से गुजारना चाहता हूं। यह बात सुनकर राजा ने वजीर को गले लगा लिया। उन्होंने कहा कि वजीर को समय की कदर है। जो जिंदगी का हर लम्हा खुशी से गुजारना चाहता है उसे मौत की सजा कैसे दी जा सकती है। तुम्हारी फांसी की सजा माफ की जाती है।

सीख: इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें हमारी जिंदगी का हर लम्हा खुशी से गुजारना चाहिए। जिंदगी में कई बार मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस तरह का समय व्यक्ति को परेशान कर देता है। ऐसे में हम जिंदगी जीना ही छोड़ देते हैं। मुश्किलों के सामने हारना नहीं चाहिए। उसका सामना खुशी के साथ करना चाहिए।

 


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