Motivational Story In Hindi: बल का प्रयोग करने से बेहतर है अंतर्मन में उतरो, पढ़ें हथौड़े और चाबी की यह प्रेरक कहानी
Motivational Story In Hindi कई बार जीवन में ऐसी स्थितियां बन जाती हैं जब हमारे पास दो ही विकल्प बचते हैं। पहला हथौड़ा और दूसरा चाबी। अगर आप किसी का दिल जीतना चाहते हैं तो उसे जोर-जबरदस्ती यानी हथौड़ा मारकर नहीं जीता जाता है।
Motivational Story In Hindi: कई बार जीवन में ऐसी स्थितियां बन जाती हैं जब हमारे पास दो ही विकल्प बचते हैं। पहला हथौड़ा और दूसरा चाबी। अगर आप किसी का दिल जीतना चाहते हैं तो उसे जोर-जबरदस्ती यानी हथौड़ा मारकर नहीं जीता जाता है। बल्कि उसका दिल जीतने के लिए उसके दिल में चाबी की तरह उतरना होता है। अगर किसी व्यक्ति से आपको कोई काम करवाना है तो उसके दिल में कार्य के प्रति समर्पण भावना जागृत कर ही कराया जा सकता है। इसी से कार्य बेहतर होगा। साथ ही परिणाम भी बेहतर होगा। इसी सीख से जुड़ी एक कहानी आज हम आपको सुना रहे हैं।
एक शहर में पुरानी बस्ती थी जिसमें एक ताले की दुकान थी। इस दुकान में कई ताले और चाबी थी। कई बार लोग उसी दुकान पर ताला-चाबी खरीदने आते तो कई बार डुप्लीकेट चाबी बनवाने आते। इसी दुकान में एक मजबूत हथौड़ा भी कोने में पड़ा हुआ था। यह ताला तोड़ने के काम आथा था। इसका इस्तेमाल कभी-कभी होता था। वह हथौड़ा यह सोचा करता था कि मैं कितना मजबूत हूं। कितने प्रहार झेलने के बाद ही ताले को खोल पाता हूं। लेकिन एक छोटी सी चाबी बड़ी ही आसानी से किसी भी ताले को खोल देती है। ऐसा क्यों?
एक दिन दुकान के मालिक ने दुकान बंद की और उसी समय ताले ने चाबी से पूछा कि मैं बहुत दिनों से एक बात सोच रहा था लेकिन किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पा रहा हूं। क्या तुम मेरी मदद कर सकती हो। चाबी ने कहा कि पूछो क्या जानना चाहते हो। मैं तुम्हारे सवाल का जवाब जरूर दूंगी।
तब हथौड़े ने कहा कि तुममें ऐसा क्या है कि तुम किसी भी तरह के ताले तो छोटी सी होने के बाद भी आसानी से खोल देती हो। जबकि मैं तुमसे कितना बड़ा, बलशाली और शक्तिशाली हूं उसके बाद भी ऐसा नहीं कर पाता हूं। मुझे ताला खोलने में बहुत मेहनत लगती है और कई बार प्रयास करने के बाद ही ताला खुलता नहीं। इस पर चाबी मुस्कुराई और बोली कि यह तो बहुत आसान सवाल है। तुम ताले पर प्रहार करते हो। उस पर बल का इस्तेमाल करते हो। उसे चोट पहुंचाते हो। इसलिए ताला खुलता नहीं टूट जाता है। जबकि मैं बिना बल का प्रयोग किए और ताले को चोट पहुंचाए उसके अंतर्मन में उतर जाती हूं। ऐसे में मेरे निवेदन से ताला खुल जाता है।
सीख: किसी पर बल का प्रयोग करने से बेहतर है कि उसके अंतर्मन में उतरो। इससे काम आसानी से हो जाता है।