Motivational: सूरज की तरह बनने के लिए क्या उपाय बता गए हैं डॉ. कलाम
Motivational शिक्षण एक बहुत ही महान पेशा है जो किसी व्यक्ति के चरित्र क्षमता और भविष्य को आकार देता हैं। अगर लोग मुझे एक अच्छे शिक्षक के रूप में याद रखते हैं
Motivational: शिक्षण एक बहुत ही महान पेशा है जो किसी व्यक्ति के चरित्र, क्षमता, और भविष्य को आकार देता हैं। अगर लोग मुझे एक अच्छे शिक्षक के रूप में याद रखते हैं, तो मेरे लिए ये सबसे बड़ा सम्मान होगा। ये कथन हैं भारत के राष्ट्रपति रहे डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम के। कितना अद्भुत है न कि एक इंसान महान वैज्ञानिक रहा, दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र वाले देश के सबसे बड़े संवैधानिक पद पर आसीन हुआ और उसके बाद भी उसके विचार हैं कि उसे अगर याद किया जाए तो बस एक शिक्षक के रूप में याद किया जाए, ये ही सबसे बड़ा सम्मान होगा।
जागरण आध्यात्म में हम दुनिया के महान लोगों के विचार आप तक पहुंचाते हैं। आज हम इसी क्रम में लेकर आए हैं कुछ महान लोगों के अनमोल वचन। मार्टिन लूथर किंग कहते थे अगर आप उड़ नहीं सकते तो दौडि़ये, अगर दौड़ नहीं सकते तो चलिए और अगर चल भी नहीं सकते तो रेंगिए, जो कुछ भी कीजिए लेकिन आपको सिर्फ आगे ही बढ़ना है। एक कहावत भी है जिसमें कहा गया है कि आप भूखे को मछली पकड़कर मत दीजिए, उसे मछली पकड़ना सिखाइए। अगर मछली पकड़ कर देते रहे तो वो जीवन भर आपका मुंह ताकता रहेगा। मार्टिन लूथर किंग का कहना भी इसी क्रम में है कि आप जिस भी हाल में हैं, आगे बढ़ने की सोचिए। यही जीवन की राह है।
राल्फ वाल्डो एमर्सन का कहना है कि कोई भी महान व्यक्ति अवसरों की कमी के बारे में शिकायत नहीं करता। बिल्कुल सही बात है। तकलीफों का रोना तो कोई भी रो देगा। असली शूरवीर वो है जो नाखून को भी हथियार बनाकर जंग लड़ता है। उसके जीवन का उद्देश्य लड़ना है, शिकायतें करना नहीं। इसलिए एमर्सन ने दुनिया के महान लोगों का हवाला दिया है कि वो अवसर या संसाधनों की कमी का रोना नहीं रोते, बल्कि जो भी है उससे नई संभावनाएं खड़ी करते हैं।
हमने इस लेख की शुरुआत कलाम साहब के विचार से की थी। चलते चलते उन्हीं के एक विचार से विराम लेंगे। कलाम साहब कहते थे- अगर तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो तो पहले सूरज की तरह जलो।