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Margashirsha Month: मार्गशीर्ष माह में इन बातों का रखें ख्याल, जानें मिलने वाले लाभ

Margashirsha Maas 1 दिसंबर से हिंदू पंचांग के मुताबिक मार्गशीर्ष माह शुरू हो चुका है। मार्गशीर्ष हिंदू पंचांग का नौवां महीना होता है। इसे मार्गशीर्ष के अलावा अग्रहायण या अगहरन का महीना भी कहा जाता है। यह महीना 30 दिसंबर तक रहेगा।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 06:00 AM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 02:50 PM (IST)
Margashirsha Month: मार्गशीर्ष माह में इन बातों का रखें ख्याल, जानें मिलने वाले लाभ
Margashirsha Maas: मार्गशीर्ष माह में इन बातों का रखें ख्याल, जानें मिलने वाले लाभ

Margashirsha Maas: 1 दिसंबर से हिंदू पंचांग के मुताबिक मार्गशीर्ष माह शुरू हो चुका है। मार्गशीर्ष हिंदू पंचांग का नौवां महीना होता है। इसे मार्गशीर्ष के अलावा अग्रहायण या अगहरन का महीना भी कहा जाता है। यह महीना 30 दिसंबर तक रहेगा। मान्यता है कि यह माह जप, तप और ध्यान के लिए बेहद सर्वोत्तम माना गया है। इस महीने अगर व्यक्ति पवित्र नदियों में स्नान करे तो वह बेहद फलदायी होता है। गीता में कृष्ण जी ने कहा है कि मासानां मार्गशीर्षोऽयम्... मार्गशीर्ष माह की पहली तिथि को ही सत युग में देवों ने वर्ष प्रारम्भ किया था। साथ ही यह भी कहा जाता है कि इसी महीने में ऋषि कश्यप ने कश्मीर की रचना की थी। आइए जानते हैं इस माह में मिलने वाले लाभ के बारे में-

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मार्गशीर्ष माह में मिलने वाले लाभ:

अगर इस माह में मंगल कार्य किए जाएं तो वो बेहद फलदायी माने जाते हैं। साथ ही मान्यता है कि इस दौरान संतान के लिए वरदान भी मिलता है। इसके अलावा इस माह में भक्ति करने से चन्द्रमा से अमृत तत्व की प्राप्ति भी होती है। मार्गशीर्ष महीने में कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। यहां हम आपको इसी के बारे में बता रहे हैं-

मार्गशीर्ष माह में इन बातों का रखें ध्यान:

  • इस माह में अगर प्रतिदिन स्नान कर कृष्ण जी की पूजा की जाए तो यह बेहद फलदायी माना जाता है। इस दौरान संध्या के समय भजन-कीर्तन करना भी विशेष फल देता है।
  • इस दौरान भगवान विष्णु को तुलसी का पत्ता भी अर्पित किया जाना चाहिए।
  • अगर इस दौरान नदी में स्नान किया जाए तो बेहतर होता है। साथ ही कृष्ण जी का स्मरण करना चाहिए।
  • मार्गशीर्ष माह में शंख की पूजा किए जाने का विधान है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।' 


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