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Mahashivratri 2021: इस बार महाशिवरात्रि पर बन रहा कल्याणकारी शिवयोग, जानें इस विशेष योग के बारे में

Mahashivratri 2021 इस वर्ष महाशिवरात्रि 11 मार्च को मनाई जाएगी। इस दौरान शिव भक्त पूरे विधि-विधान के साथ भगवान शिव की पूजा करते हैं। इस दिन एक विशेष योग बन रहा है। इस दिन सुबह 09 बजकर 22 मिनट तक महान कल्याणकारी शिवयोग है।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 11:51 AM (IST)Updated: Thu, 04 Mar 2021 03:03 PM (IST)
Mahashivratri 2021: इस बार महाशिवरात्रि पर बन रहा कल्याणकारी शिवयोग, जानें इस विशेष योग के बारे में
Mahashivratri 2021: इस बार महाशिवरात्रि पर बन रहा कल्याणकारी शिवयोग, जानें इस विशेष योग के बारे में

Mahashivratri 2021: इस वर्ष महाशिवरात्रि 11 मार्च को मनाई जाएगी। इस दौरान शिव भक्त पूरे विधि-विधान के साथ भगवान शिव की पूजा करते हैं। इस दिन एक विशेष योग बन रहा है। इस दिन सुबह 09 बजकर 22 मिनट तक महान कल्याणकारी शिवयोग है। इसके बाद सिद्धयोग शुरू होगा जो सभी कार्यों में सिद्धि दिलाने वाला होगा। शिवयोग की बात करें तो यह ऐसा योग है जिसे शिवजी से आशीर्वाद प्राप्त है। इस योग में किया गया कोई भी कार्य कभी भी बाधित नहीं होगा। कार्य का सुपरिणाम कभी निष्फल नहीं रहेगा। ऐसे में मान्यता है कि इस योग में जो भी शुभ कार्य किया जाता है उसका फल अक्षुण रहता है।

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बात करें सिद्ध योग कि तो इसमें भी कोई कार्य शुरू करके कार्यसिद्धि प्राप्त की जा सकती है। जब यह योग हों तो भक्तों को रुद्राभिषेक, शिव कीर्तन, शिवपुराण का पाठ करना, शिव कथा सुनना, दान पुण्य करना और ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने चाहिए। इन योगों में इन सभी कार्यों को करना अतिशुभ माना गया है। मान्यता है कि इस दिन कुंवारी कन्याएं अगर व्रत करें तो उन्हें मनचाहा वर प्राप्त होता है और विवाहित स्त्रियों का वैधव्य दोष भी खत्म हो जाता है।

महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग की पूजा की जानी चाहिए। ऐसा करने से जन्मकुंडली के नवग्रह दोष खत्म हो जाते हैं। खासतौर से चंद्र्जनित दोष जैसे मानसिक अशान्ति, मां के सुख और स्वास्थ्य में कमी, मित्रों से संबंध, मकान-वाहन के सुख में विलम्ब, हृदयरोग, नेत्र विकार, चर्म-कुष्ट रोग, नजला-जुकाम, स्वांस रोग, कफ-निमोनिया संबंधी रोगों का निवारण हो जाता है। इस दिन मां पार्वती की भी पूजा की जाती है। सुहागिन महिलाएं माता को श्रृंगार अर्पित करती हैं। वहीं शिवलिंग की पूजा करते हुए काल हरो हर, कष्ट हरो हर, दुःख हरो,दारिद्र्य हरो, नमामि शंकर भजामि शंकर शंकर शंभो तव शरणं मंत्र का जाप करना चाहिए। शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से व्यक्ति के व्यापार में उन्नति होती है।  

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'  


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