558 साल बाद होगा अनूठा योग, रक्षाबंधन पर नक्षत्रों की कैसी रहेगी दशा
सावन के महीने की समाप्ती पूर्णिमा के साथ होगी जिसे रक्षाबंधन की तरह देश ही नहीं दुनियाभर में मनाया जाएगा। इस बार सुबह 9.29 बजे तक भद्रा रहेगी।
सावन का महीना पूरा होने को है। हालांकि कोराना प्रकोप के कारण देश के बड़े शिव मंदिरों में इस बार रौनक नहीं रही। अमरनाथ यात्रा को भी इजाजत नहीं दी गई। घरों में ही भक्तों ने शिव भक्ती की बयार में कमी नहीं आने दी। सावन के महीने की समाप्ती पूर्णिमा के साथ होगी, जिसे रक्षाबंधन की तरह देश ही नहीं दुनियाभर में मनाया जाएगा। इस बार सुबह 9.29 बजे तक भद्रा रहेगी। भद्रा के बाद ही बहनों को अपने भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधना चाहिए। 9.29 के बाद पूरे दिन राखी बांध सकते हैं। 3 तारीख को सुबह 7.30 बजे के बाद पूरे दिन श्रवण नक्षत्र रहेगा।
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के मुताबिक रक्षाबंधन पर गुरु अपनी राशि धनु में और शनि मकर में वक्री रहेगा। इस दिन चंद्र भी शनि के साथ मकर में रहेगा। ऐसा योग 558 साल पहले 1462 में बना था। उस साल में 22 जुलाई को रक्षाबंधन मनाया गया था। इस बार रक्षाबंधन पर राहु मिथुन राशि में, केतु धनु राशि में है। 1462 में भी राहु-केतु की यही स्थिति थी। भाई-बहन का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन इस बार बेहद खास होगा, क्योंकि इस साल रक्षाबंधन पर सर्वार्थ सिद्धि और दीर्घायु आयुष्मान का शुभ संयोग बन रहा है।
भद्रा सूर्य की पुत्री है जो इस बार रक्षाबंधन पर सुबह 9 बजकर 29 बजे तक ही रहेगी। उत्तराषाढ़ा नक्षत्र सोमवार को रक्षाबंधन के दिन सुबह 7 बजकर 20 मिनट तक है। फिर श्रवण नक्षत्र लग जाएगा। इस दिन सुबह 9 बजे से लेकर 10.30 बजे तक शुभ, दोपहर 1.30 से 3 बजे तक चर, दोपहर 3 से 4.30 बजे तक लाभ, शाम 4.30 से 6 बजे तक अमृत एवं शाम 6 से 7.30 बजे तक चर का चौघड़िया मुहूर्त है। इस बार सोमवार के दिन राखी का पर्व आने से अन्न एवं धनधान्य के लिए अच्छे अवसर पैदा होंगे।
12 राशियों पर ग्रहों का असर:
रक्षाबंधन पर मेष, वृष, कन्या, वृश्चिक, धनु, मकर, मीन राशि के लोगों के लिए ग्रहों के योग शुभ रहने वाले हैं। इन लोगों को कड़ी मेहनत का फल मिल सकता है। स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। नौकरी में सफलता मिलने के योग हैं। कर्क राशि के लिए समय सामान्य रहेगा। मिथुन, सिंह, तुला, कुंभ राशि के लोगों को संभलकर रहना होगा। इन लोगों को समय का साथ नहीं मिल पाएगा। कार्य की अधिकता रहेगी।