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Ganesh Bhagwan : जानिये भगवान शंकर ने ऐसा क्या कह दिया कि गणेश जी का नाम लंबोदर पड़ गया

Ganesh Bhagwan इनकी पूजा से व्यक्ति के सभी दुखों का अंत हो जाता है। इसलिए भक्त इनकी पूजा विधि-विधान से करता है। भक्तों का ख्याल रखने की वजह से इनके बहुत सारे नामकरण हुए हैं। इन्हीं में से एक नाम लंबोदर है।

By Ritesh SirajEdited By: Published: Wed, 21 Jul 2021 12:30 PM (IST)Updated: Wed, 21 Jul 2021 12:30 PM (IST)
Ganesh Bhagwan : जानिये भगवान शंकर ने ऐसा क्या कह दिया कि गणेश जी का नाम लंबोदर पड़ गया
जानिये भगवान शंकर ने ऐसा क्या कह दिया कि गणेश जी का नाम लंबोदर पड़ गया

Ganesh Bhagwan : सप्ताह के सातों दिन किसी न किसी देवी-देवता की पूजा होती है। इसी तरह बुद्धवार के दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है। गणेश जी को बुद्धि और तीव्र समझ का देवता माना जाता है। गणेश पूजा से व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति, खुशहाली और समृद्धि का आगमन होता है। इनकी पूजा से व्यक्ति के सभी दुखों का अंत हो जाता है। इसलिए भक्त इनकी पूजा विधि-विधान से करता है। भक्तों का ख्याल रखने की वजह से इनके बहुत सारे नामकरण हुए हैं। इन्हीं में से एक नाम लंबोदर है। आज हम जानेंगे की इनका नाम लंबोदर क्यों पड़ा।

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गणेश जी का नाम लंबोदर कैसे पड़ा

भगवान गणेश को मोदक बहुत ही प्रिय है। मोदक प्रेमी गणेश जी का पेट बहुत बड़ा है। इसी वजह से उन्हें लंबोदर भी कहा जाता है। सभी के मन में सवाल उठता है कि उनका यह नाम कैसे पड़ा? इस कारण का वर्णन ब्रह्मपुराण में मिलता है। इसके अनुसार गणेश जी माता पार्वती का दूध दिन भर पीते रहते थे। उनके इस आदत को देखकर पिता शंकर ने एक दिन विनोदी भाव में कह दिया कि तुम इतना दूध पीते हो कहीं लंबोदर न हो जाओ। भगवान शंकर के इस कथन के बाद से गणेश जी का नाम लंबोदर पड़ गया। इसके अलावा गणेश जी के लंबोदर होने के पीछे एक और कारण बताया जाता है। जिसके अनुसार भगवान गणेश सभी अच्छी और बुरी बातों को पचा लेते हैं। इसी वजह से उनको लंबोदर के नाम से जाना जाता है। 

गणेश जी के और ग्यारह नाम

1. सुमुख : सुंदर मुख वाले

2. एकदन्त : एक दांत वाले

3. विघ्नहर्ता : दुखों को हरने वाले

4. गजकर्णक : हाथी के कान वाले

5. विकट : सर्वश्रेष्ठ

6. विघ्ननाशक : विघ्नों का नाश करने वाले

7. विनायक : विशिष्ट नायक।

8. धूम्रकेतु : कलयुग में गणेश का अवतार

9. गणाध्यक्ष : गणों के स्वामी।

10. भालचंद्र : मस्तक पर चंद्रमा धारण करने वाले

11. गजानन : हाथी के मुख वाले

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।''


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