Kalashtami 2021: आज है कालाष्टमी, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
Kalashtami 2021 आज चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है और आज के दिन कालाष्टमी का व्रत किया जाता है। इस दिन कालभैरव के भक्त उनकी पूजा करते हैं और व्रत भी करते हैँ। कालभैरव को भगवान शिव का रौद्र रूप कहा जाता है।
Kalashtami 2021: आज चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है और आज के दिन कालाष्टमी का व्रत किया जाता है। इस दिन कालभैरव के भक्त उनकी पूजा करते हैं और व्रत भी करते हैँ। कालभैरव को भगवान शिव का रौद्र रूप कहा जाता है। इसे भैरवाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भक्त कालभैरव का व्रत करते हैं। ऐसा माना जाता है कि कालाष्टमी का व्रत सप्तमी तिथि से ही शुरू हो जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को जो व्यक्ति पूरी श्रद्धा के साथ करता है उसके सभी कष्ट मिट जाते हैं। साथ ही कालभैरव की कृपा दृष्टि उस पर बनी रहती है। आइए पढ़ते हैं कालाष्टमी का शुभ मुहूर्त और महत्व।
कालाष्टमी 2021 का शुभ मुहूर्त:
चैत्र मास, कृष्ण पक्ष, अष्टमी तिथि
अष्टमी तिथि प्रारम्भ- 4 अप्रैल, रविवार, सुबह 4 बजकर 12 मिनट से
अष्टमी तिथि समाप्त- 5 अप्रैल, सोमवार, सुबह 2 बजकर 59 मिनट तक
कालाष्टमी व्रत का महत्व:
काल भैरव को भगवान शिव का रौद्र रूप कहा जाता है। यह व्रत सभी पापों और रोगों का नाश करने वाला होता है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, अगर श्रद्धापूर्वक कालाष्टमी का व्रत किया जाए तो व्यक्ति पर शिवजी की विशेष कृपा बनी रहती है। इस दिन व्रत रखकर कुंडली में मौजूद राहु के दोष से भी मुक्ति प्राप्त होती है। कालभैरव का रूप भयावय है। लेकिन अपने भक्तों के लिए वो दयालु और कल्याणकारी हैं। कहा जाता है कि इस दिन भैरव चालीसा का पाठ अवश्य करना चाहिए। साथ ही इस दिन कुत्ते को भोजन अवश्य कराया जाना चाहिए। अगर ऐसा किया जाता है तो भैरव बाबा प्रसन्न हो जाते हैं।
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