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Jaya Ekadashi 2021: आज 23 फरवरी को है जया एकादशी, जानें-शुभ मुहूर्त और महत्व

Jaya Ekadashi 2021 इस वर्ष जया एकादशी आज 23 फरवरी को है। इस दिन विष्णु जी की पूजा की जाती है। उन्हें पुष्प जल अक्षत रोली तथा सुगंधित पदार्थ अर्पित किए जाते हैं। इस दिन व्रत करना बेहद फलदायी होता है।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Sat, 30 Jan 2021 10:26 AM (IST)Updated: Tue, 23 Feb 2021 08:29 AM (IST)
Jaya Ekadashi 2021: आज 23 फरवरी को है जया एकादशी, जानें-शुभ मुहूर्त और महत्व
Jaya Ekadashi 2021: आज है जया एकादशी, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

Jaya Ekadashi 2021: इस वर्ष जया एकादशी आज 23 फरवरी को है। इस दिन विष्णु जी की पूजा की जाती है। इस अवसर पर उन्हें पुष्प, जल, अक्षत, रोली और सुगंधित पदार्थ अर्पित किए जाते हैं। इस दिन व्रत करना बेहद फलदायी होता है। मान्यता है कि जो व्यक्ति इस दिन व्रत करता है, उसे भूत-प्रेत, पिशाच जैसी योनियों में जाने का भय नहीं रहता है। इससे व्यक्ति को उसके सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। आइए जानते हैं व्रत का शुभ मुहूर्त और महत्व।

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जया एकादशी का शुभ मुहूर्त:

एकादशी तिथि प्रारम्भ- फरवरी 22, सोमवार शाम 05 बजकर 16 मिनट से

एकादशी तिथि समाप्त- फरवरी 23, मंगलवार शाम 06 बजकर 05 मिनट तक

जया एकादशी पारणा मुहूर्त- 24 फरवरी, बुधवार को सुबह 06 बजकर 51 मिनट से सुबह 09 बजकर 09 मिनट तक

अवधि: 2 घंटे 17 मिनट

जया एकादशी का महत्व:

हिंदू धर्मग्रंथों में इसका महत्व बहुत अधिक बताया गया है। इसका उल्लेख भाव्योत्तार पुराण और पद्म पुराण में भगवान कृष्ण और राजा युधिष्ठिर के बीच बातचीत के रूप में मौजूद है। इस दिन दान-पुण्य का भी अधिक महत्व है। इस दिन जो व्यक्ति दान करता है, वह कई तरह के गुण अर्जित करता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, एक बार धर्मराज युधिष्ठिर ने भगवान श्री कृष्ण से पूछा था कि माघ शुक्ल एकादशी को किसकी पूजा करनी चाहिए और इसका क्या महात्मय है? इस पर श्री कृष्ण ने उत्तर दिया कि इसे जया एकादशी कहते हैं। यह बेहद पुण्यदायी होती है। इस दिन व्रत करने से व्यक्ति को भूत-प्रेत, पिशाच जैसी योनियों में जाने का भय नहीं रहता है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '


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