Inspiring Story: सक्रियता इंसान को कैसे रखती है स्वस्थ? पढ़ें राजा और किसान की कथा
Inspiring Story व्यक्ति का सक्रिय रहना बहुत ही आवश्यक होता है चाहे वह मानसिक तौर पर हो या फिर शारीरिक तौर पर। मानसिक सक्रियता हमारी बुद्धि और विवेक को लाभ पहुंचाती है और शारीरिक सक्रियता तन को।
Inspiring Story: व्यक्ति का सक्रिय रहना बहुत ही आवश्यक होता है, चाहे वह मानसिक तौर पर हो या फिर शारीरिक तौर पर। मानसिक सक्रियता हमारी बुद्धि और विवेक को लाभ पहुंचाती है और शारीरिक सक्रियता तन को। कई बार छोटी मोटी बीमारियों के होने पर इंसान स्वयं को निष्क्रिय कर लेता है, यह ठीक नहीं है। यह शरीर को कमजोर कर सकती है। आज हम आपको एक प्रेरक कथा सुनाते हैं, जिससे आपको सक्रिय रहने की प्रेरणा मिलेगी।
एक समय की बात है। एक नगर के राजा और एक किसान को साथ ही बुखार हो गया। राजा ने तत्काल राजवैद्य को बुलाया और इलाज करने को कहा। राजवैद्य ने राजा का इलाज शुरु कर दिया। राजा ने घोषणा कर दी कि अगले एक हफ्ते तक वह कोई काम नहीं करेगा, तब तक के लिए सभी राजकाज बंद कर दिया जाए। वह आराम करेगा क्योंकि उसे बुखार हो गया है। वह आराम करने चला गया, वह कई दिनों तक बुखार से पीड़ित रहा। आराम करने के कराण बुखार ने भी आसानी से उसे अपनी चपेट में ले लिया।
वहीं दूसरी ओर किसान था। वह बुखार में ही काम पर गया। उसने अपने मालिक से कहा कि उसको बुखार हो गया है। उसकी तबीयत ठीक नहीं है, वह आज काम नहीं कर पाएगा। इस पर उसका मालिक नाराज हो गया। उसने कहा कि सबसे पहले उस काम को निपटाओ जो कल पूरा नहीं किया था। वह काम कौन करेगा? पहले काम पूरा करो, फिर खेत जोतो। उसमें समय पर फसल की बुआई करनी है। उसके बाद छुट्टी की बात की जाएगी।
मालिक की बातें सुनकर किसान निराश हो गया। बुखार से बेहाल किसान काम करने लगा। बुखार ने भी इंतजार किया कि यह थोड़ा आराम करे तो वह अपनी पकड़ उस पर मजबूत कर ले। लेकिन किसान को कहां आराम था। वह दिन भर खेती के काम में लगा रहा। यह देखकर बुखार उसे छोड़कर भाग गया। वह किसान फिर से स्वस्थ हो गया और अपना काम सही से करने लगा।
कथा सार: आप सक्रिय हैं तो बीमारियां भी आप से दूर भागेंगी।