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सिंहस्थ में सरकारी पैसे का दुरुपयोग न करें

देश प्रजातांत्रिक और धर्मनिरपेक्षता पर आधारित शासन प्रणाली पर चलता है और देश के प्रधानमंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री व मंत्री इसी प्रणाली का प्रतिनिधित्व करते हैं।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 20 Apr 2016 10:06 AM (IST)Updated: Wed, 20 Apr 2016 10:13 AM (IST)
सिंहस्थ में सरकारी पैसे का दुरुपयोग न करें

इंदौर। देश प्रजातांत्रिक और धर्मनिरपेक्षता पर आधारित शासन प्रणाली पर चलता है और देश के प्रधानमंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री व मंत्री इसी प्रणाली का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्हें सिंहस्थ जैसे आयोजनों में व्यक्तिगत हैसियत से शामिल होना चाहिए और सरकारी पैसे का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। नागरिक समिति के सदस्य आनंदमोहन माथुर और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. तपन भट्टाचार्य ने बयान जारी कर यह बात कही।

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उन्होंने कहा नेताओं को मुख्यमंत्री या मंत्री की हैसियत से सिंहस्थ में शामिल नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सिंहस्थ में शामिल होते समय सरकारी साधनों का इस्तेमाल करके सरकारी धन का बेजा दुरुपयोग न करें। न तो वे सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल करें, न सरकारी व्यवस्था का लाभ उठाएं और न ही सरकारी अतिथि बनकर सिंहस्थ में शामिल हों। समिति ने आग्रह किया है कि भविष्य में किसी भी संप्रदाय के धार्मिक कार्यक्रमों के लिए सरकारी धन से कार्यक्रम आयोजित न करके वे सिद्ध कर सकते हैं कि मध्यप्रदेश धर्मनिरपेक्षता पर चलते हुए भारत के संघीय ढांचे की एक प्रजातांत्रिक इकाई है। -


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