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Chhath Puja 2020: जानें सूर्यदेव को अर्घ्य देने या उपासना करने के लाभ

Chhath Puja 2020 आज छठ पूजा का तीसरा दिन है। आज ही मुख्य छठ पूजा होती है। छठ पूजा के दौरान सूर्यदेव और छठी मैय्या की पूजा की जाती है। इस उगते और डूबते सूरज को अर्घ्य किया जाता है। यह पर्व चार दिन का होता है।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Fri, 20 Nov 2020 06:20 AM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2020 07:15 AM (IST)
Chhath Puja 2020: जानें सूर्यदेव को अर्घ्य देने या उपासना करने के लाभ

Chhath Puja 2020: आज छठ पूजा का तीसरा दिन है। आज ही मुख्य छठ पूजा होती है। छठ पूजा के दौरान सूर्यदेव और छठी मैय्या की पूजा की जाती है। इस उगते और डूबते सूरज को अर्घ्य किया जाता है। यह पर्व चार दिन का होता है। छठ पूजा पर सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व होता है। आइए जानते हैं छठ पूजा में सूर्य को अर्घ्य देने के क्या-क्या लाभ होते हैं।

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सूर्य को अर्घ्य देने के लाभ:

1- मान्यता है कि शाम के समय अगर सूर्य की अराधना की जाए या अर्घ्य दिया जाए तो जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

2- कहा जाता है कि उषाकाल के सूर्य की उपासना अगर की जाए तो लोगों के अगर मुकदमे फंसे हैं तो उसमें से लोग निकल जाते हैं।

3- यह तो हम सभी जानते हैं कि सूर्य की किरणों से विटामिन-डी मिलता है। इससे व्यक्ति के शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

4- दोपहर में अगर सूर्य की उपासना की जाए तो इससे व्यक्ति को नाम और यश मिलता है। वहीं, शाम के समय सूर्य की आराधना करने से जीवन में संपन्नता आती है।

5- सुबह के समय सूर्य देव के दर्शन करने से शरीर में स्फूर्ति आती है। साथ ही मन भी सकारात्मक रहता है।

6- सुबह के समय अगर सूर्य को जल चढ़ाया जाए तो सूर्य की किरणों से रंग संतुलित हो जाता है।

7- अगर सुबह के समय जल की धारा से उगता हुआ सूर्य देखा जाए तो इसका असर आपकी दृष्टि के साथ-साथ मन पर भी होता है।

8- प्रकाश का सबसे बड़ा स्त्रोत सूर्य है। सनातन धर्म में प्रकाश को सकारात्मक भावों का प्रतीक माना गया है।

9- सूर्यदेव को आत्मा का कारक कहा जाता है। अगर सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है तो इससे सूर्यदेव जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। इससे सूर्यदेव अपने भक्त के जीवन को अंधकार से निकालकर प्रकाश की तरफ ले जाता है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '  


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