Shani Mantra: आज करें शनि देव के इन मंत्रों का जाप, आप पर होगी शनि देव की कृपा
Shani Mantra शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए भी शनि देव की पूजा अर्चना करनी चाहिए। शनि देव को प्रसन्न करने के लिए कुछ मंत्र हैं जिनका जाप करना चाहिए। आज शनि जयंती है यह अच्छा अवसर है शनि देव की कृपा प्राप्त करने का।
Shani Mantra: शनि प्रकोप से सभी व्यक्ति बचना चाहते हैं। जहां शनि को सबसे क्रूर माना जाता है, वहीं इन्हें न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है। शनि देव को यह उपाधि देवों के देव महादेव ने दी है। शनि देव व्यक्ति को उसके कर्म के अनुसार फल देते हैं। जीवन में सुख, शांति, समृद्धि आदि के लिए शनि देव की कृपा बहुत जरूरी है। जिस भी भक्त को इनका आशीर्वाद मिल जाए, उसके जीवन के दुःख दूर हो जाते हैं। शनि देव किसी के साथ अन्याय नहीं होने देते हैं। बशर्तें आपको छल, कपट, ईर्ष्या, द्वेष आदि बुराइयों से दूर रहना चाहिए। शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए भी शनि देव की पूजा अर्चना करनी चाहिए। शनि देव को प्रसन्न करने के लिए कुछ मंत्र हैं, जिनका जाप करना चाहिए। आज शनि जयंती है, यह अच्छा अवसर है शनि देव की कृपा प्राप्त करने का।
शनि देव के मंत्र
1. शनि बीज मंत्र
ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।
2. सामान्य मंत्र
ॐ शं शनैश्चराय नमः।
3. शनि महामंत्र
ॐ निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।
छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम॥
4. शनि का पौराणिक मंत्र
ऊँ ह्रिं नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।
छाया मार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।।
5. शनि का वैदिक मंत्र
ऊँ शन्नोदेवीर-भिष्टयऽआपो भवन्तु पीतये शंय्योरभिस्त्रवन्तुनः।
6. शनि गायत्री मंत्र
ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्
7. शनि दोष निवारण मंत्र
ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम।
उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात।।
ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।शंयोरभिश्रवन्तु नः।
ऊँ शं शनैश्चराय नमः।।
8. सेहत के लिए शनि मंत्र
ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलहप्रिहा।
कंकटी कलही चाउथ तुरंगी महिषी अजा।।
शनैर्नामानि पत्नीनामेतानि संजपन् पुमान्।
दुःखानि नाश्येन्नित्यं सौभाग्यमेधते सुखमं।।
9. तांत्रिक शनि मंत्र
ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।
शनि देव के मंत्र की जाप विधि
शनि जयंती के दिन स्नान आदि कार्य कर लेने चाहिए। पूजा करने के लिए कुश के आसन पर बैठना चाहिए। शनिदेव की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें और उस पर नीले फूल चढ़ाएं। रूद्राक्ष की माला से इनमें से किसी एक मंत्र की कम से कम पांच माला जप करें। शनि देव से सुख-संपत्ति पाने के लिए प्रत्येक शनिवार को इन मंत्रों का जाप करना चाहिए।
डिसक्लेमर
'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'